मॉस्को: रूस ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाली एक छोटी पनडुब्बी में आग लगने की घटना की पूरी जानकारी देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि यह गोपनीय मामला है। घटना में 14 अधिकारियों की मौत हो गई थी। बहरहाल, स्पष्ट रूप से आलोचकों के दबाव में, रक्षा मंत्रालय ने मृतकों के नाम और तस्वीरें प्रकाशित कीं। मंत्रालय ने कहा कि इनमें से कुछ ने तो अपनी जान की कीमत पर अपने साथियों और पनडुब्बी को बचाया। रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि दुर्घटना में कई लोग सुरक्षित बच गए, लेकिन उन्होंने इनकी सटीक संख्या नहीं बताई।
बता दें कि गत दिवस गहरे पानी के भीतर रूस की एक खास पनडुब्बी में आग लगने से 14 नाविकों की मौत हो गई थी। यह पनडुब्बी उत्तरी शहर सेवरोमोर्स्क में एक सैन्य बेस में तैनात है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि एक जुलाई को गहरे पानी में पनडुब्बी पर बायोमेट्रिक आकलन के दौरान आग लग गई। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि पनडुब्बी पर जहरीला धुआं फैलने से 14 नाविकों की मौत हो गई । आग पर काबू पा लिया गया और आगे जांच की जा रही है। समुद्री गोदी के पास अध्ययन किया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि 14 नौसैन्य अधिकारियों की जान लेने वाला पनडुब्बी आग हादसा एक बड़ा नुकसान है। उन्होंने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू को घटना की पूर्ण जांच के आदेश दिए। पुतिन ने कहा कि यह हादसा नौसेना और सेना के लिए एक बड़ा नुकसान है।
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