लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज राजधानी के लोकभवन से मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने संबंधित लाभार्थियों के बीच गोल्डन कार्ड एवं आरोग्य कार्ड वितरण किया। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद रहीं। इस मौके पर उन्होंने कहा, टेलीमेडिसिन के द्वारा अब हम दूर-दराज तक अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं दे सकते है। कई जिले विकास की धारा से अलग थे, उनका विकास हो इसके लिए काम शुरू हुआ। हमारे सामने समस्या ये आती थी कि उन जनपदों में कोई चिकित्सक जाना नहीं चाहता था। इसलिए तकनीकी के द्वारा हमने बड़ा काम शुरू किया। मुख्यमंत्री ने कहा आवश्यक नहीं की मरीज डॉक्टर के पास जाए, हमारी कोशिश है डॉक्टर को मरीज के करीब ले जाए। योगी ने कहा, दवाओं में खरीद में पहले बड़े-बड़े खेल होते थे लेकिन हमने उस पर भी रोक लगा दी है।
पहले जिला अस्पतालों का बुरा हाल था लेकिन अब उनमें भी सुधार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 1947- 2014 तक केवल 13 राजकीय मेडिकल कालेज थे और हम 15 मेडिकल कालेज बना रहे हैं। योगी ने कहा, संसाधनों की कमी नहीं है आशा, आंगनबाड़ी कर्मियों ने टीकाकरण अभियान को निचले स्तर तक ले जाने का काम किया है। यूपी में देश की आबादी का पांचवा हिस्सा रहता है, स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर रहें इसकी कोशिश की जा रही है, बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अच्छा कार्य किया है, निचले स्तर पर सभी लोगों ने कार्य किया है, 115 एस्पेरेशनल जिले चुने गए थे देश भर में जो पिछड़े थे, यूपी के 8 पिछड़े जिलों में डॉक्टरों की कमी थी, टेलीमेडिसिन के जरिए इन जिलों में स्वास्थ्य सुविधा मिलने लगी है, दवाओं की खरीद में पहले बड़े बड़े खेल होते थे लेकिन हमने उस पर भी रोक लगा दिया है।
पहले जिला अस्पतालों का कैसा हाल था लेकिन अब सुधार किए गए हैं, 1947 से 2014 तक केवल 13 राजकीय मेडिकल कालेज थे और हम 15 नए मेडिकल कालेज बना रहे हैं, आने वाले समय मे बेहतर सुविधाएं होने जा रही है। आयुष्मान भारत योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 6 करोड़ लोगों को सीधा लाभ होने जा रहा है। प्रदेश के 21 जनपदों में 10-10 डायलसिस यूनिट देने का काम किया गया है। संसाधनों की कमी नही है आशा ,आंगनबाड़ी कर्मियों ने टीकाकरण अभियान को निचले स्तर तक ले जाने का काम किया है। एम्बुलेंस दिखनी चाहिए 5 से 10 मिनट में लोगोंको सुविधा मिलनी चाहिए। गाँव बस्तियों तक एम्बुलेंस को पहचानी है पहले की तुलना में रिस्पांस टाइम कम हुआ है।
हमारी हॉस्पिटल में जाता है तो उसको डॉक्टर एयर पैरामेडिकल की सुविधा मिलनी चाहिए न कि दलालों की। हमने देखा है कि मरीज को दलालों द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजा जाता है। लेकिन आयुष्मान भारत योजना से इसमें रोक लगी है। पेशेंट ईलाज के बाद जाए तो उसकी सम्मानजनक विदाई भी होनी चाहिए। इससे छवि बदलेगी। पाकिस्तान से फाइटर प्लेन हमारे सीमा में आ रहे थे और हमारी फाइटर प्लेन ने इनको रोक दिया ,क्योंकि हमारे फाइटर प्लेन भी अलर्ट थे। अलर्ट नही होते तो बहुत नुक्सान हो सकता था, योगी सरकार ने आशाओं को 750 रुपये के परफार्मेंस इंसेंटिव की घोषणा की। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, आज गोरखपुर, हमीरपुर, मिजार्पुर और बहराइच में कुल 15 टेलीमेडिसिन केंद्रों का शुभारंभ हुआ।
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