नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार इस हफ्ते के आखिर में मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है जिसमें कुछ फिस्सड्डी मंत्रियों की छुट्टी होना तय है। बुधवार को रेल हादसों की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे फ़िलहाल मोदी ने रोक लिया है लेकिन पूरी संभावना जताई जा रही है कि सुरेश प्रभु की छुट्टी हो जाये। कैबिनेट विस्तार में JDU कोटे से मंत्री बनाए जाएंगे, लेकिन AIADMK के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना नहीं है. वहीं बैठक में नए रक्षामंत्री पर भी फैसला होगा.
बैठक में नए रक्षा मंत्री पर भी होगा फैसला
उम्मीद जताई जा रही है कि कैबिनेट विस्तार में देश को नया रक्षा मंत्री भी मिल सकता है. मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार है. गौरतलब है कि चीन सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच यह मांग भी उठी है कि देश में एक फुल टाइम डिफेंस मिनिस्टर होना जरूरी है. इसके साथ ही बैठक में जो मंत्रालय के पद खाली हैं या उस पर भी नियुक्तियां संभव है.
गौरतलब है कि हाल ही में नीतीश कुमार की JDU से बीजेपी के साथ नाता जोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने की घोषणा की थी. सूत्रों का कहना है कि विस्तार में जेडीयू के दो मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
गौरतलब है कि 19 अगस्त को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल के प्रस्ताव पर औपचारिक मुहर लगाई गई थी. इसके साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू के केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बनने का रास्ता साफ हो गया.
दरअसल हाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नीतीश कुमार को एनडीए में शामिल होने का औपचारिक आमंत्रण दिया था. यह आमंत्रण नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बाद दिया गया था.
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