लखनऊ/नई दिल्ली : पीएनबी घोटाले के मास्टरमाइंड को जल्द भारत लाया जाएगा. 13400 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी पर हवा, पानी और जमीन पर पाबंदी लगाने की तैयारी शुरू हो गई है. अब मेहुल चोकसी को एंटीगुआ में ही हिरासत में लिया जा सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय उच्चायुक्त की आज एंटीगुआ और बारबुड़ा सरकार के साथ बैठक होनी है. इस बैठक में मेहुल चोकसी के मुद्दे पर चर्चा होगी. भारत ने पहले ही एंटीगुआ अथॉरिटीज से मेहुल चोकसी के ठिकानों की जानकारी मांगी थी. दरअसल, इंटरपोल ने मेहुल चोकसी के एंटीगुआ में होने की जानकारी दी थी. जिसमें यह बात भी सामने आई थी कि उसके पास एंटीगुआ का पासपोर्ट है और वहां की नागरिकता भी है.

मेहुल चोकसी को हिरासत में लेने से पहले भारतीय जांच एजेंसियो उसके मूवमेंट को रोकना चाहती हैं. यही वजह है कि एंटीगुआ अथॉरिटीज से उसकी मूवमेंट रोकने का अनुरोध किया गया है. भारतीय एजेंसियों ने एंटीगुआ सरकार से हवा, पानी और जमीन के रास्ते से उसकी आवाजाही पर रोक लगाने को कहा है.
एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा कि भारत सरकार ने अब तक भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के मसले को लेकर उनसे संपर्क नहीं किया है. हालांकि, उन्होंने इस मसले पर पूरा सहयोग करने का वादा किया है. मेहुल चोकसी को कैरीबियाई देश की नागरिकता मिल चुकी है. एक टीवी चैनल से बातचीत में गैस्टन ब्राउन ने कहा कि मेहुली चोकसी को उस समय नागरिकता मिली थी जब उनके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं था, लेकिन आवेदन करते समय अगर उन्होंने कोई गलत सूचना दी होगी तो उनकी नागरिकता समाप्त की जा सकती है.
26 जुलाई को अपने वकील के हवाले से लिखे एक लेटर में मेहुल चोकसी ने दावा किया है कि उसने अपना व्यापार बढ़ाने के लिए पिछले वर्ष कैरेबियाई देश एंटीगुआ की नागरिकता ली थी. मेहुल चोकसी ने कहा कि मैंने सिटिजनशिप बाई इंवेस्टमेंट प्रोग्राम के तहत वैध तरीके से एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता के लिए आवेदन किया था. अपने आवेदन के दौरान मैं वह सब कुछ किया जो कानूनी रूप से आवश्यक था. नागरिकता के लिए मेरा आवेदन तय प्रक्रिया के तहत मंजूर हुआ है. चोकसी ने नवंबर, 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता ली है और 15 जनवरी, 2018 को देशभक्ति की शपथ ली है.
Suryoday Bharat Suryoday Bharat