लखनऊ – मुज्जफरपुर : दो दशक पहले छोटन शुक्ला हत्याकांड को दोहराते हुए बाइक सवार अपराधियों ने मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके एक सहयोगी को शहर के बनारस बैंक चौक के पास सरेशाम AK-47 से भून डाला. मौके पर ही दोनों की मौत हो गई.
ताजा जानकारी के मुताबिक समीर कुमार अपनी पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड कार से अपने घर लौट रहे थे. तभी बनारस बैंक चौक के पास AK-47 से लैस अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गाड़ी के सामने से हुई ब्रस्ट फायर में पूरी गाड़ी छलनी हो गई.
मर्डर कितना खौफानाक है इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि समीर कुमार का शव पहचान में नहीं आ रहा था. उनकी गर्दन और चेहरे पर 20 से ज्यादा गोलियां दागी गई. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया है. साथ ही मामले की जांच जारी है. इस घटना से इलाके में खौफ का माहौल बन गया है साथ ही मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
ये जघन्य हत्या 1994 में छोटन शुक्ला हत्याकांड की याद दिलाता है. दिसंबर की शाम छोटन शुक्ला जब दरभंगा की ओर से शहर में घुस रहे थे तो फ्लाईओवर के पास उनकी एंबेसेडर कार को AK-47 से छलनी कर दिया गया था.
समीर कुमार की छवि दबंग भूमिहार नेता की थी. अब तक हमलावरों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया है.
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