भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 8वीं के छात्र हिमांशु की चिट्ठी को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारियों को देर रात तक होने वाले ध्वनि विस्तार यंत्रों के उपयोग पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. परीक्षा के समय विवाह समारोह एवं अन्य आयोजनों की वजह से ध्वनि विस्तारक यंत्रों को तेज आवाज में बजाए जाने से हो रहे शोर शराबे को रोकने के लिए झाबुआ जिले के एक बस ड्राइवर के बेटे हिमांशु ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखा था. हिमांशु के पत्र का मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जवाब दिया.मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लिखा, ‘आपका पत्र मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त हुआ. इसमें आपने ध्वनि प्रदूषण को लेकर अपनी व्यथा व्यक्त की है कि किस प्रकार आपको इसके कारण पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. निश्चित तौर पर मैं मानता हूं कि आपकी व्यथा ठीक व सही है.
देर रात तक तेज आवाज में बजते डीजे हो या लाउडस्पीकर हो, उसके कारण आप जैसे कई छात्र व बुजुर्ग व्यक्तियों को निश्चित तौर पर कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वैसे भी अभी वर्तमान में परीक्षाओं का दौर शुरू हो चुका है. कुछ परीक्षाएं प्रारंभ भी हो चुकी है और कुछ आगामी समय में शुरू होने वाली है. उन्होंने आगे लिखा, ‘इस समय मैं आपके पत्र में लिखी आपकी व्यथा को भली-भांति समझ रहा हूं. पूरे प्रदेश में मध्यप्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत ध्वनि प्रसारण यंत्रों को एक निश्चित निर्धारित अवधि में ही अनुमति प्रदान कर ध्वनि की निर्धारित मात्रा का पालन सुनिश्चित करने के संबंध में पूर्व से ही निर्देश जारी है. इन निर्देशों को पुनः कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक को जारी किया जा रहा है. जिससे तय समय के बाद ध्वनि प्रसारण यंत्रों के उपयोग पर सख्ती से रोक लगाई जाए. यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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