
अशाेक यादव, लखनऊ। सोमवार को राजधानी पहुंचे भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने कहा कि मांगे न पूरी होने तक किसान अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। मृत किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाये और उनके परिजनों को उचित मदद दी जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की गारंटी भी दी जाए।
इको गार्डेन पार्क में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में शामिल होने पहुंचे टिकैत ने कहा कि मोदी सरकार की हट की वजह से 750 किसानों ने पूरे आंदोलन के दौरान अपनी जान गवाई है, ऐसे में सरकार इनको शहीद का दर्जा देते हुए परिजनों को उचित मदद की घोषणा करें।
संयुक्त किसान मोर्चा अब फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने पर अड़ा है। मोर्चे की ओर से कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार लगातार इस मुद्दे पर किसानों को गुमराह कर रही है कि एमएसपी लागू थी, लागू है और लागू रहेगी।
जबकि हकीकत यह है कि किसानों की उपज औने-पौने दामों पर खरीदी जा रही है। संसद से कृषि बिल पास होने व कानून बनने के बाद से किसानों का आंदोलन चल रहा है। अब संयुक्त किसान मोर्चा लखनऊ में हुंकार भर रहा है।
मोर्चा की प्रदेश कमेटी के सदस्य व भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा कहते हैं कि कृषि कानून वापसी चुनावी जुमला भर है। उन्होंने कहा कि कृषि कानून संसद से पास हुए थे तो संसद से ही वापस होने चाहिए।
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