लंदन: ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री पद के लिए सोमवार को मतदान समाप्ति के साथ ही चुनाव प्रक्रिया निर्णायक दौर में पहुंच चुकी है। इस दौड़ में अब तक सबसे आगे रहे पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन देश के नए प्रधानमंत्री होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री पद की रेस में वर्तमान विदेश मंत्री जेरेमी हंट को हराया। जॉनसन को ब्रिटेन की सत्तारुढ़ कंजरवेटिव पार्टी में नेता पद के लिए हुए चुनाव में 87.4ः वोट मिले। कल ऑफिशयल कार्यक्रम में बोरिस पीएम पद की शपथ ग्रहण करेंगे। थरेसा मे ने पिछले महीने 7 जून को कंजरवेटिव पार्टी के नेता के तौर पर इस्तीफा दे दिया था। कंजर्वेटिव पार्टी के 1 लाख 60 हजार सदस्यों ने जॉनसन और हंट के बीच प्रधानमंत्री का चुनाव करने के लिए वोट दिया।
कंजर्वेटिव होम वेबसाइट द्वारा शुक्रवार और शनिवार को आयोजित किए गए 1,199 सदस्यों के एक ऑनलाइन पोल ने 73 प्रतिशत ने जॉनसन को पीएम पद के लिए चुना है। एलेक्जेंडर बोरिस दे फेफेल जॉनसन जिन्हें बोरिस जॉनसन के नाम से जाना जाता है, प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद 10 डाउनिंग स्ट्रीट में प्रवेश करेंगे। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती ब्रेग्जिट विवाद को खत्म करने की होगीबता दें कि जॉनसन ने 31 अक्तूबर को ब्रिटेन को यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर करने का फैसला किया है। थरेसा मे कुछ दिनों के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहेंगी ।
क्योंकि अभी उन्हें बुधवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में अपना अंतिम प्रधानमंत्री प्रश्न सत्र को संबोधित करना है। इसके बाद वह बकिंघम पैलेस जाएंगी जहां वह आधिकारिक रूप से अपना इस्तीफा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को सौंपेंगी। बोरिस जॉनसन ऐसे वक्त में ब्रिटेन की सत्ता संभालने जा रहे हैं, जब ब्रेग्जिट को लेकर अनिश्चितता का माहौल है। उनके सत्ता संभालने से पहले ही उन्हें पार्टी में विद्रोह का सामना करना पड़ा है। चांसलर फिलिप हैमंड समेत कई प्रमुख कैबिनेट मंत्री पहले ही यह कह चुके हैं कि जॉनसन के नेतृत्व में काम करने से बेहतर है कि वे इस्तीफा दे देंगे।
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