- नियुक्तियों की जांच को लेकर लोकायुक्त में करेंगे शिकायत, विधानसभा में भी उठाएंगे मामला
भोपाल। कांग्रेस जब से प्रदेश में सत्ता में आई है, प्रदेश को लूटने में लगी है। कांग्रेस की सरकार अपने नेताओं और उनके रिश्तेदारों को उपकृत करने के लिये नए-नए तरीके खोज रही है। अपनी वर्षों की कड़की मिटाने में लगे कांग्रेस के नेता प्रदेश को अपनी चारागाह समझने लगे हैं। यह बात मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में अधिवक्ताओं के रूप में प्रदेश सरकार द्वारा नेता पुत्रों को नामित किए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कही। गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस जब से सत्ता में आई है, उसके नेता और मंत्री खाओ और खाने दो के मंत्र पर चल रहे हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार किस सीमा तक पहुंच चुका है, इसका अंदाज खुद कांग्रेस सरकार के मंत्रियों और विधायकों के बयानों से लगाया जा सकता है। लेकिन कांग्रेस सरकार के मुखिया धृतराष्ट्र की तरह लोकतंत्र और संवैधानिक मर्यादाओं का चीरहरण देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ट्रिब्यूनल के नाम नेता पुत्रों की नियुक्ति कर पर कांग्रेस वर्षों से पड़े अपने सूखे को दूर करने में लगी हुई है। कांग्रेस को सिर्फ अपने ट्रिब्यूनल की फिक्र है। यह नियुक्तियां उसी ओर इशारा करती है।
लोकायुक्त में करेंगे शिकायत, विधानसभा में उठाएंगे मामला
नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि प्रदेश सरकार लूट खसौट और अपनों को उपकृत करने में लगी है, उसे गरीब जनता से कोई मतलब नही है। इन नियुक्तियों की लोकायुक्त में शिकायत करेंगे। साथ ही सरकार की इन कारगुजारियों को भाजपा विधानसभा के बजट सत्र में जोरदार तरीके से उठाएंगी।
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