सुल्तानपुर: गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से सुर्खियों में आए हार्दिक पटेल अब यूपी में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। वह इन दिनों यूपी के दौरे पर हैं। अपने संगठन राष्ट्रीय किसान क्रांति सेना के लिए संभावनाएं तलाशने बुधवार को वह सुलतानपुर आए थे। यहां अमहट में हार्दिक पटेल ने पत्रकारों से कहा कि सिर्फ भारत माता की जय बोलने से देशभक्ति लागू नहीं होती। संविधान के विपरीत काम करने वालों के खिलाफ पूरे देश को एकजुट होना पड़ेगा। आर्मी को और मजबूत बनाने की जरूरत है। पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारजन को भाजपा का कोई भी विधायक अपनी एक माह की तनख्वाह तक देने की हिम्मत नहीं जुटा सका।
मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ 300 किलो चीनी न देने से पाकिस्तान कमजोर नहीं होगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है, मगर ऐसा लगता है कि पीएम मोदी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब नहीं दे पाएंगे। खूफिया एजेंसियों की ओर से आतंकी हमले की आशंका जताने के बाद भी सीआरपीएफ के काफिले को सड़क के रास्ते कश्मीर भेजने के फैसले पर भी उन्होंने सवाल उठाया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए हार्दिक ने कहा कि एक लड़की की जासूसी करने समेत कई केस उन पर दर्ज हैं।
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहद खराब है। महिलाएं असुरक्षित हैं। सरकारी विभागों में चार लाख 56 हजार पद खाली हैं। राजनीतिक पार्टी के गठन के सवाल पर कहा कि यूपी में 80 फीसद से अधिक लोग किसान हैं। उनकी समस्याओं को समझने व अधिकारों के प्रति उन्हें जागरूक करने के बाद मजबूती के साथ सक्रिय राजनीति में आने की मंशा जाहिर की। प्रेस कांफ्रेंस के बाद वह कादीपुर में सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए रवाना हुए।
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