ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने वर्ल्ड कप फाइनल में इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के खिलाफ विवादित रूप से मिले छह रनों के बारे में कहा कि उन्होंने कभी भी अंपायरों से उनके फैसले को बदलने के लिए नहीं कहा. ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर हुए फाइनल में दोनों टीमों ने 241 रन बनाए थे और सुपर ओवर के बाद भी स्कोर बराबर रहा जिसके कारण बाउंड्री के आधार पर मेजबान टीम को विजेता घोषित किया गया था. इंग्लैंड की पारी के आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड के फील्डर मार्टिन गप्टिल का थ्रो बेन स्टोक्स के बल्ले से टकराकर बाउंड्री के पार चला गया था.
मेजबान को छह रन दिए गए जिससे मैच टाई हो गया और सुपर ओवर तक चला गया था. स्टोक्स के साथी खिलाड़ी जेम्स एंडरसन ने कहा था कि ऑलराउंडर इस घटना को लेकर बहुत दुखी थे और उन्होंने अंपायरों से उनके निर्णय को बदलने का निर्णय भी लिया. बीबीसी ने स्टोक्स के हवाले से बताया, ‘मैंने वो सब कुछ देखा. मैं सोच रहा था क्या मैंने वो कहा, लेकिन मैं दिल पर हाथ रखकर कहता हूं कि मैंने अंपायर को वैसा कुछ नहीं कहा.’ स्टोक्स ने कहा, ‘मैं सीधा टॉम लाथम के पास गया और कहा दोस्त मुझे माफ करना. मैंने केन विलियम्सन की तरफ भी देखा और उनसे माफी मांगी.’ स्टोक्स को गुरुवार से शुरू हो रहे प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के लिए भी टीम में शामिल किया गया है.’
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