फर्रुखाबाद। काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहे जिला जेल के सरकारी आवास में बंदी रक्षक नें फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मूल रूप से जनपद मथुरा निवासी बंदी रक्षक रीतराम पुत्र गजाधर सिंह काफी दिनों से जिला जेल फतेहगढ़ पर बंदी रक्षक के पद पर तैनात था। वह जेल के सरकारी भवन में दो मंजिल पर कमरा नम्बर 37 टीआई में अकेले ही रह रहा था। सुबह लगभग आठ बजे उनके पड़ोस में रहने वाला बंदी रक्षक महेश सिंह घर पर पंहुचा तो उसने आवाज दी।हालात संदिग्ध होने पर उसने तत्काल जिला जेल के गेट पर विभागीय लोगों को अवगत कराया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी।
जिसके बाद मौके पर उपनिरीक्षक मो० रहीस खां आदि फिल्ड यूनिट के साथ मौके पर आ गये। भीतर जाकर देखा तो बंदी रक्षक कमरे की किचन में छत के कुंडे पर मफलर से फांसी पर झूलता हुआ मिला।पुलिस ने शव को नीचे उतारा। उसके पास एक सोसाइड नोट मिला। जिसमे उसने खुद को काफी परेशान होने का जिक्र किया है। बताया जा रहा था की बंदी रक्षक पर काफी कर्जा था। जिससे सम्बन्धित कई अभिलेख भी पुलिस को उसके घर पर मिले है। जिला जेल के कारापाल जीएस यादव ने बताया कि फांसी लगाने वाला बंदी रीतराम बीते लगभग तीन महीने से अवकाश पर चल रहा था।वह कल ही आया था।उसने अभी अपनी डियूटी ग्रहण नही की थी। परिवार को सूचना दी गयी है।
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