
अशाेक यादव, लखनऊ। कानपुर में आईसीएमआर की कोरोना वैक्सीन का दूसरा मानव क्लीनिकल ट्रायल पूरा हो गया है। कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के परिणाम बेहतर सामने आने लगे हैं। पहले की तरह दूसरे ट्रायल में भी किसी भी वालंटियर को कोई तकलीफ नहीं हुई।
इसलिए शनिवार को ट्रायल टीम ने 42 वालंटियरों की रिपोर्ट आईसीएमआर को भेजी है। पहले ट्रायल में 33 वालंटियरों की एंटी बॉडीज टाइटर टेस्ट के भी रिजल्ट सामने आने लगे हैं। अभी तक सभी में मानक से ज्यादा एंटीबॉडीज पाई गई हैं
साथ ही, ट्रायल टीम को उम्मीद है कि नए साल पर आईसीएमआर की देसी कोरोना वैक्सीन लांच हो जाएगी। आईसीएमआर की ओर से चयनित प्रखर हॉस्पिटल में 75 वालंटियर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है।
ट्रायल टीम के चीफ गाइड डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि पहले ट्रायल में 33 वालंटियरों में अच्छी एंटीबॉडीज विकसित हुई हैं। वैक्सीन लगने के बाद सभी में मानक से ज्यादा यानी 15 से काफी ज्यादा एंटीबॉडीज का पता लग रहा है। बारी-बारी से एंटीबॉडीज टाइटर टेस्ट के रिजल्ट आते जा रहे हैं।
आने वाले दिनों में आईसीएमआर ही इसके बारे में सटीक रिजल्ट सामने रखेगा लेकिन वैक्सीन ट्रायल सेन्टरों ने वैक्सीन के अच्छे रिजल्ट को साझा किया गया है।
कारगर वैक्सीन के लिए ही अब आईसीएमआर ने अक्तूबर में तीसरे ट्रायल का भी फैसला किया है ताकि वैक्सीन ट्रायल मानकों में खरा उतर सके। डॉ.कुशवाहा ने कहा कि उम्मीद है कि नए साल पर देसी वैक्सीन लांच हो जाएगी और भारतीयों को बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।
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