लखनऊ : रामजन्म भूमि आंदोलन के समय पूरे देश में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा चर्चित हुई थी. अब बीजेपी फिर से एक मंदिर के लिए रथयात्रा शुरू करेगी. फर्क बस इतना है कि इस बार मंदिर राम जन्म भूमि न होकर सबरीमाला है. केरल के इस मंदिर में अब तक 11 साल से लेकर 50 साल की महिलाओं का प्रवेश वर्जित था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक हटा दी. हालांकि अब तक वहां के श्रद्धालुओं के विरोध के कारण महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाई हैं. 6 दिन तक कई महिलाओं ने प्रवेश की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि उनकी पार्टी सबरीमाला में श्रद्धालुओं के साथ खड़ी है. केरल सरकार का कहना है कि बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ता महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. इसके लिए केरल पुलिस ने हजारों लोगों को मंदिर के पास से गिरफ्तार किया है. अब बीजेपी ने इसके विरोध में कहा है कि वह लेफ्ट सरकार के इस कदम का विरोध करेगी.केरल बीजेपी 8 नवंबर से राज्य में एक रथयात्रा शुरू करेगी. ये रथयात्रा कासरगुड से सबरीमाला तक शुरू होगी. हालांकि अब तक ये खुलासा नहीं हुआ है कि इस रथयात्रा में बीजेपी के कौन कौन से नेता शामिल होंगे.
केरल बीजेपी ने तय किया है कि वह सबरीमाला मंदिर में उन श्रद्धालुओं का साथ देगी, जो महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं. इसके लिए वह 30 अक्टूबर को कई कार्यक्रम भी आयोजित करेगी. बीजेपी केरल अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई का कहना है कि राज्य में 4000 बेकसूर लोगों को पुलिस ने जेल में डाल दिया है. बीजेपी इसके विरोध में डीआई ऑफिस के सामने एक दिन की भूख हड़ताल करेगी. तिरुवनंतपुरम में डीआईजी ऑफिस के सामने ये भूख हड़ताल होगी. राज्य के बाकी के जिलों में सभी एसपी ऑफिस तक मार्च निकाला जाएगा.
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