सिडनी: नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को पुष्टि की कि मलेशियन एयरलाइंस के एमएच 17 विमान को मार गिराए जाने को लेकर चल रही जांच के सिलसिले में रूस के साथ त्रिपक्षीय वार्ता शुरू की गई है। दोनों देशों ने पिछले साल कहा था कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में रूस समर्थकों ने मिसाइल दागी थी और उन्होंने मिसाइल उपलब्ध कराने के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया था। विमान को मार गिराए जाने के कारण उसमे सवार सभी 298 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में नीदरलैंड के 196 और ऑस्ट्रेलिया के 38 लोग थे। नीदरलैंड के विदेश मंत्री स्टेफ ब्लॉक और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिसे पायने ने बुधवार को कहा कि घटना की जिम्मेदारी के लिए पहली त्रिपक्षीय वार्ता इस महीने के शुरू में आरंभ हुई थी। इससे पहले साल के शुरू में राजनयिक संपर्क किया गया था।
ब्लॉक ने ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में एक पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘हम इस प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि इस मामले में गोपनीयता अहम है। लेकिन मैं कह सकता हूं कि हम सच्चाई का पता लगाने, न्याय और जवाबदेही तय करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं ने पिछले साल कहा था कि उनके पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि जिस बुक मिसाइल प्रणाली से बोइंग 777 विमान को गिराया गया है वो रूस स्थित एक सैन्य इकाई से आई थी। हालांकि रूस ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया और अंतरराष्ट्रीय अपराध जांच की पड़ताल को खारिज किया है, क्योंकि उसे जांच दल का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था।
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