
दुबई। भारतीय मुक्केबाजों शिव थापा (64 किग्रा) और मोहम्मद हुसामुद्दीन (56 किग्रा) ने यहां अपने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत जीत के साथ की है, जबकि सुमित सांगवान (81 किग्रा) पहले की दिन टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स के कांस्य पदक विजेता हुसामुद्दीन ने सोमवार को अपने शुरुआती मुकाबले में कजाकिस्तान के मखमुद सबिरखान, जबकि 2013 के एशियाई चैंपियन थापा ने किर्गिस्तान के दिमित्री पुचिन को हराया।
दोनों ने अपना-अपना शुरुआती मुकाबला 5-0 से जीत कर क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली है। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) एवं यूएई मुक्केबाजी महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल मुकाबले आज खेले जाने हैं, जिसमें 56 किग्रा श्रेणी में हुसामुद्दीन का सामना मौजूदा विश्व चैंपियन एवं टॉप सीड मीराजिजबेक मिरजाहालिलोव से होगा। वहीं थापा कुवैत के नाडेर ओडाह से भिड़ेंगे।
थापा और हुसामुद्दीन के अलावा मंगलवार को विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), जस्मीन (57 किग्रा) और संजीत (81 किग्रा) भी क्वार्टरफाइनल खेलेंगे। ओलंपिक टिकटधारी सिमरनजीत कौर 60 किग्रा श्रेणी में उज्बेकिस्तान की रेखोना कोदिरोवा से भिड़ेंगी, जबकि दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी का सामना ताजिकिस्तान की रूहाफ्जो हकाजारोवा से होगा।
सुमित सांगवान (81 किग्रा) सोमवार को अपने शुरुआती दौर के मैच में ईरान के मेयसम घेशलाघी से 5-0 से हार गए थे। संजीत क्वार्टरफाइनल में ताजिकिस्तान के जाखोन कुर्बोनोव के सामने होंगे। कोरोना महामारी के बाद यह पहली अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता है, जिसमें भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान समेत 17 देशों के 150 मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। एशियाई चैंपियनशिप में भारत का अब तक का सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बैंकॉक में 2019 के पिछले सत्र में देखने को मिला था, जहां उसने दो स्वर्ण सहित 13 पदक जीते थे।
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