तेहरान: ईरान ने यूरोप पर संयुक्त समावेशी कार्य योजना (जेसीपीओए) के तहत दायित्वों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है। स्थानीय समाचार एजेंसी इरना ने ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ के हवाले से बुधवार को कहा कि यूरोप अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में विफल रहा है। इस बीच सरकारी प्रवक्ता परविज इस्माइल ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी को गुरुवार तक जेसीपीओए से जुड़े यूरोपीय देशों के साथ किसी किस्म की बातचीत की उम्मीद नहीं है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि रूहानी ने एक सरकारी बैठक में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम आज या कल तक यूरोप के साथ बातचीत में किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सकेंगे।
श्री इस्माइल ने बताया कि रूहानी ने यह भी कहा कि जेसीपीओए पर ईरान के तीसरे जवाबी कदम के तहत विशेष तौर पर ऐसे महत्वपूर्ण उपाय किए जाएंगे जिससे ईरान परमाणु ऊर्जा संगठन की गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। ईरान, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ ने वर्ष 2015 में जेसीपीओए पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत ईरान को प्रतिबंधों में छूट हासिल करने के लिए अपने परमाणु कार्यक्रम को वापस लेना था और यूरेनियम के उसके भंडार में भारी कमी लाने की शर्तों का पालन करना था।
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