
बसपा सुप्रीमो मायावती का जन्मदिन 15 जनवरी को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रदेश भर के सभी मंडलों में उनके जन्मदिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कोविड-19 को देखते हुए जन्म दिवस के मौके पर अधिक भीड़ जुटाने से माना किया गया है। पार्टी के प्रमुख नेता व चुनिंदा कार्यकर्ता ही इसमें शामिल होंगे।
मायावती इन दिनों दिल्ली में हैं। कोविड-19 के चलते वह वहीं से पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश जारी करती रहती हैं। मायावती अमूमन अपने जन्मदिन पर सुबह लखनऊ और शाम को दिल्ली में केट काटती रही हैं।
कोविड-19 के चलते अभी तक उनका कोई कार्यक्रम नहीं आया है। इसके बाद भी मंडल स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। लखनऊ मंडल की बैठक हो चुकी है। इसमें मायावती के जन्मदिन को लेकर चर्चाएं हो चुकी हैं।
यूपी में अगले साल पंचायत चुनाव और 2022 में विधानसभा का चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव 2017 के बाद से बसपा का जनाधार लगातार गिरा है। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा के साथ गठबंधन कर बसपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन गठबंधन टूटने के बाद बसपा उपचुनावों में बेहतर नहीं कर पाई।
इसलिए मायावती का जन्मदिन इसको लेकर भी खास माना जा रहा है। पार्टी के जानकारों के मुताबिक मायावती जन्मदिन के मौके पर पंचायत चुनाव और मिशन 2022 को लेकर रणनीति का खुलासा कर सकती हैं।
मायावती के निर्देश पर इन दिनों संगठन को बूथ तक पहुंचाने का काम चल रहा है। बसपा में दलितों व पिछड़ों के साथ अगड़ों को भी तरजीह दी जा रही है। खासकर ब्राह्मण समुदाय को जोड़ने का काम चल रहा है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को यह जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ मुख्य रूप से पूर्व मंत्री नकुल दुबे, अंटू मिश्रा और रंगनाथ मिश्रा यह काम देख रहे हैं। मायावती संगठन विस्तार की दिल्ली में रहकर लगातार समीक्षा कर रही हैं।