पटना: लालू के परिवार में मतभेद की खबरों को धता बताते हुए पांच जनवरी देर शाम लालू यादव के दोनों बेटों तेजस्वी और तेजप्रताप यादव ने मुलाकात की। नए साल में दोनों भाइयों की यह पहली मुलाकात थी। इससे पहले नए साल के मौके पर तेजप्रताप अपनी मां राबड़ी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे मगर तेजस्वी के दिल्ली में होने की वजह से दोनों की मुलाकात नहीं हो पाई थी। तेजप्रताप मसौढ़ी से सीधे अपने भाई तेजस्वी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। मीडिया से बातचीत के दौरान तेजप्रताप ने कहा कि यह कृष्ण और अर्जुन की मुलाकात है। इस मुलकात से बिहार सहित देशभर में फैले हमारे परिवार के दुश्मन धराशायी हो जाएंगे। दोनों के बीच पार्टी के संगठन को बढ़ाने को लेकर बात हुई।
इसके अलावा पिता लालू के अनुसार काम करने को लेकर भी सहमति बनी। मुलाकात की तस्वीरें भी तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की और लिखा कि तैयारी पूरी है, जीत जरुरी है। राजनीतिक गलियारों में दोनों भाइयों के बीच अनबन की खबरें अक्सर आती रहती हैं। सबकुछ ठीक नहीं होने के कयास लगाए जाते है। गुरुवार को ही तेजप्रताप और मनेर विधायक भाई वीरेंद्र के बीच पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से उम्मीदवार के मुद्दे पर बयानों के खेल चला था।
तेजप्रताप ने जहां भाई वीरेंद्र को हैसियत में रहने की बात कहते हुए बहन मीसा भारती के पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ने की बात कही थी। बाद में राबड़ी के दखल के बाद तेजप्रताप ने कहा था कि उम्मीदवारों का फैसला पार्टी सुप्रीमो लालू यादव करेंगे। तेजप्रताप ने कहा कि लालू के जमानत पर फैसला सुरक्षित हो जाने और बढ़ती ठंड को देखते हुए जंतर मंतर पर युवा राजद के मार्च को रद्द कर दिया गया है। तलाक के सवाल पर तेजप्रताप ने कहा कि यह उनका निजी मामला है।
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