
राहुल यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सूबे में बढ़ रहे अपराध और ध्वस्त कानून व्यवस्था पर अपना कड़ा विरोध जताते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा है प्रदेश में अपराधियों को सत्ता का खुला संरक्षक प्राप्त है। अभी हाल में कानपुर में जो हुआ है उससे प्रदेश सरकार का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है। इस मामले के तार अब तो पंचम तल तक पहुंच चुके हैं।
पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील हो गया है। पिछले तीन सालो के सरकारी आंकड़े इस बात की तस्दीक करते है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। कानून व्यवस्था दिन बा दिन लचर होती जा रही है। अपराधियों के हौंसले बुलंद है ।
महासचिव प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था और जंगलराज पर लगातार सवाल उठा रही हैं। आज उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा-“ पूरे देश के कुल अवैध हथियारों के मामले में 56 प्रतिशत मामले यूपी में दर्ज है। 2016 -2018 के मध्य यूपी में साइबर अपराधो के मामले में 138 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई । यूपी सरकार को इन आंकड़ो को संज्ञान में लेकर एक्शन लेने की बजाये इनकी बाजीगरी करने का काम कर रही है। अपराध कम कैसे होगा।“
प्रदेश में जंगलराज है। योगी आदित्यनाथ की सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए। इस सरकार में पुलिसकर्मी तक सुरक्षित नहीं हैं। 8-8 जवान शहीद हो जाते हैं। अब तो खेल से पर्दा भी उठ गया है कि किस तरह से सत्ताधारियों के संरक्षण में अपराधियों को पाला पोसा जा रहा है। किस तरह से पंचमतल पर बैठे बड़े नौकरशाह इस नेटवर्क के हिस्सा हैं, लेकिन सरकार कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।
बाराबंकी से लेकर चित्रकूट में खादानो में काम करने वाली किशोरियों के साथ रेप करने की खबरे प्रदेश में बढ़ रहे जंगलराज को पुख्ता करती है। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ो के मुताबिक उत्तर प्रदेश महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा और अपराध में अव्वल है। बलिया में तैनात पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी की संदेहास्पद मौत प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है। मणि मंजरी जैसी युवा महिलाओं का प्रशासन से भरोसा टूटना गंभीर मामला है इसकी तथ्यात्मक जांच होनी चाहिए। आये दिन प्रदेश की महिलाओं के साथ बलात्कार, एसिड अटैक, हत्या, किडनैपिंग जैसे घटनाएं आम हो चली है। योगी राज में आधी आबादी सबसे ज्यादा असुरक्षित हुई हैं। योगी संकल्प पत्र के सारे वादे खोखले साबित हुए है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा यह उत्तर प्रदेश है या अपराध प्रदेश। सरकारी एजेंसी एनसीआरबी के मुताबिक 2018 में देश में 50.74 लाख से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हुए थे, उसमें से 11.5 प्रतिशत यानी 5.85 लाख मामले अकेले यूपी में रिकॉर्ड हुए। महिलाओं के खिलाफ अपराध में भी यूपी टॉप पर है, 2018 में 59 हजार 445 मामले आए थे, उसमें से 3 हजार 946 बलात्कार के मामले थे। उत्तर प्रदेश में 2017 में ड्यूटी के दौरान 93 पुलिसकर्मियों की जान गई थी, 2018 में 70 पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान शहीद हुए है। रेप-मर्डर जैसे हिंसक अपराधों में भी यूपी पहले नंबर पर है। उन्होंने कहा कि दलित समाज के ऊपर एक तिहाई अपराध अकेले यूपी से है।
बलात्कार की कोशिश, दहेज हत्या पर भी यूपी टॉप पर है और मुख्यमंत्री खुद की पीठ थपथपाने और मीडिया की हेडलाइन सेट करने में व्यस्त रहते हैं।
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