
अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और अन्य कांग्रेसियों को पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के फोन नंबरों की जासूसी करने के लिए इजराइली स्पाइवेयर ‘पेगासस’ के कथित इस्तेमाल के खिलाफ शांति मार्च निकालने की कोशिश में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि अजय कुमार लल्लू ने ‘स्वास्थ्य भवन’ से राजभवन तक एक शांति मार्च निकालने और राहुल गांधी की जासूसी के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपने का आह्वान किया था, लेकिन लल्लू और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं को बुधवार रात से भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ उनके घरों के अंदर रोक दिया गया।
सिंह ने कहा कि आज सुबह जब लल्लू अपने घर से बाहर निकले और स्वास्थ्य भवन के लिए निकलने पर जोर दिया तो पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि उनके पास मार्च निकालने की अनुमति नहीं है। इसके बाद, कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
सिंह ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और एमएलसी दीपक सिंह सहित अन्य भी बुधवार रात से नजरबंद हैं। प्रवक्ता ने प्रदेश अध्यक्ष के हवाले से कहा है कि यह सरकार निजता के अधिकार का सम्मान नहीं करती है और व्यक्तियों की स्वतंत्रता पर हमलों को उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र पर इस हमले के खिलाफ लड़ने से कभी नहीं हटेगी। सिंह ने बताया कि पांच समूहों में मार्च शुरू करने के लिए स्वास्थ्य भवन पहुंचने की योजना थी और जब ऐसा करने से रोका गया तो पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर के विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार सभी कांग्रेसियों को ईको गार्डन ले जाया गया है।
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