लखनऊ : लोक मल्हार और सावन झूला! किसी बजट में इनका उल्लेख भले ही नया-नया लगे लेकिन, ऐसा करते हुए योगी सरकार ने अपनी और पार्टी की लाइन एकदम स्पष्ट कर दी है। बजट में हिंदुत्व के प्रतीकों को भरपूर महत्व दिया गया है। किसानों की कर्जमाफी की छाया में आया योगी सरकार का पहला बजट बहुत चकित तो नहीं करता परंतु इसमें उन बातों का ध्यान रखा गया है जो अभी तक राजनीति की प्राथमिकता पर नहीं रहे। बजट में अयोध्या, काशी, चित्रकूट और मथुरा के साथ हिंदू आस्था के अन्य स्थलों को महत्व दिया गया है।
जैसे, इतना ही काफी न हो, बजट के बाद हुई कैबिनेट बैठक में सरकार ने तीर्थ विकास परिषद का गठन करने की घोषणा कर दी। किसान, गरीब और कामगार भाजपा का नया स्लोगन है और इन्हें जोड़े रखने का यत्न बजट में दिखता है। मुख्यमंत्री बार-बार कहते रहे हैं कि उनकी सरकार की असल और बड़ी परीक्षा 2019 के लोकसभा चुनाव होंगे। इस दृष्टि से देखा जाए तो योगी का बजट हिंदुओं को अपने पाले में खींचने की जुगत है। सरकार प्रदेश भर में रामायण कान्क्लेव कराने जा रही है। गोरखपुर में लोक मल्हार के लिए पैसा दिया गया है और अयोध्या में सावन के झूलों के लिए।
वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भले ही हो परंतु सनातन संस्कृति का प्रमुख केंद्र वह अनादि काल से है। वहां सांस्कृतिक केंद्र बनाने के लिए बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। हां, बजट की एक खास बात यह भी है कि अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं की मद को अखिलेश सरकार जैसा ही रखा गया है। उस मद में यदि बढ़ोतरी नहीं हुई तो कटौती भी नहीं गई।
बजट में स्वदेश दर्शन योजना का उल्लेख है। इसके लिए अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में 1240 करोड़ रुपये की लागत से क्रमश: रामायण, बौद्ध और कृष्ण सर्किट बनेंगे। इन्हीं तीनों नगरों में प्रासाद योजना के तहत बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए 800 करोड़ रुपये भी सरकार खर्च करने जा रही है। विंध्याचल धाम का भी सरकार ने ध्यान रखा है जिसके विकास के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है। योगी सरकार 2019 में पडऩे जा रहे प्रयाग अद्र्धकुंभ मेले के लिए 500 करोड़ रुपये देने जा रही है।
मथुरा में गीता शोध संस्थान और कृष्ण संग्रहालय की स्थापना के साथ ही लोक कला उत्सव भी होंगे। कला परिषद, कबीर अकादमी की स्थापना का प्रस्ताव भी बजट में है। सरकार गीता शोध संस्थान और लोक कलाकारों को वाद्ययंत्रों के लिए एक-एक करोड़ रुपये भी देगी। गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर भवन के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये दिये जाएंगे। ..इस आलोक में यह कल्पना करने में अब हर्ज नहीं कि उत्तर प्रदेश सरकार का 2018 का बजट कैसा होगा!