
अशाेेेक यादव, लखनऊ। कोरोना काल में भले ही मौसम रंगीन न हो लेकिन झील तो गुलाबी हो गया है। जी हां, महाराष्ट्र में स्थित लोनार झील एक बार लोगों के लिये कौतुहल का विषय बन गया है।
दरअसल इस झील का पानी अचानक गुलाबी हो गया है,जिससे वैज्ञानिक भी हैरत में है। हालांकि इन विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया कि झील में मौजूद लवणता और शैवाल के कारण भी यह गुलाबी हो सकता है।
बता दें कि यह झील मुंबई से 500 किमी दूर बुलढाणा जिले में स्थित है। हमेशा से पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र रहे लूनार झील में हमेशा से सामान्य दिनों में लोगों की भीड़ जुटी रहती है।
लेकिन कोरोना काल के कारण लोग इस खूबसूरत झील को देखने में समर्थ नहीं है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह झील तब बनी जब तकरीबन 50,000 साल पहले उल्कापिंड का धरती से टकराया था। लगभग 1.2 किमी के व्यास वाली झील को लेकर कहा जाता है कि पानी का रंग पहले भी बदलता रहा है। लेकिन पहली बार इतना साफ दिख रहा है।
यह झील राष्ट्रीय भौगोलिक धरोहर स्मारक है। इसका पानी खारा है और इसका पीएच स्तर 10.5 है। इस जलाशय में शैवाल भी मौजूद है। जबकि पानी की सतह से नीचे ऑक्सीजन नहीं है। उधऱ ईरान की एक झील का पानी भी लवणता के कारण लाल होता है।
औरंगाबाद के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के प्रमुख डॉ. मदन सूर्यवंशी के अनुसार मौसम जैसे-जैसे बदलता है वैसे पानी में भी बदलाव नजर आता है।
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