पटना : विहार में शौचालय घोटाले पर लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक ‘डर्टी सवाल’ दाग दिया. उन्होंने कहा कि ‘तथाकथित चारा घोटाले में लोग बोलते हैं कि हम चारा खा गए. अब शौचालय घोटाला में वे क्या बोलेंगे, नीतीश क्या खा गए ?’लालू ने अपने ट्वीट एवं शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश सरकार एवं उनके करीबियों पर निशाना साधते हुए कहा कि, बिहार को मत बनाओ घोटाला बिहार, गरीबों पर रहम करो नीतीश कुमार. आरजेडीअध्यक्ष लालू यादव का मानना हैं कि पूरे राज्य में शौचालय निर्माण की जांच कराई जाए तो यह सैकड़ों करोड़ का एक राज्यव्यापी घोटाला हो सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि एनजीओ के माध्यम से पैसे की बंदरबांट की गई है.
लालू यादव ने आरोप लगाया कि पटना में जिला प्रशासन द्वारा उजागर किया गया 15 करोड़ का घोटाला केवल एक झांकी है, ऐसा मामला हर जिला में देखने को मिल जाएगा. लालू ने कहा कि यह सब घोटाले पलटू राम (नीतीश कुमार) के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का नतीजा है. उन्होंने कहा कि घोटाले करने वाले अधिकारी अभी भी अपने पद पर बने हुए हैं. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती. लालू के अनुसार घोटाले की राशि नीतीश के करीबी आरसीपी सिंह को भी जाती है.
लालू ने सीबीआई पर भी सृजन घोटाला की जांच धीमी करने का आरोप लगाया. उन्होंने 8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पर विरोध मार्च में मौजूद रहने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जीएसटी किसी भी व्यापारी की समझ से बाहर है. नोटबंदी के माध्यम से बीजेपी के लोगों का कला धन व्हाइट किया गया. इसलिए राज्य के हर जिले में कला दिवस भी उसी दिन मनाया जाएगा. बिहार की राजनीति में एक-दूसरे की ‘डर्टी पिक्चर’ निकालने एवं ‘डर्टी सवाल’ करने की होड़ लगी है. इस पर लालू ने तेजस्वी यादव का बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी हजारों लड़कियों के साथ फोटो हैं. लेकिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ कहां कोई सेल्फी खिंचवाता है? मतलब साफ है तेजस्वी एक हाईलाइट नेता के पुत्र हैं, तेजस्वी के साथ फोटो खिंचवाने में लोग गर्व महसूस करते हैं.