
गूगल के द्वारा इस पर नजर रखने की बात कही जा रही है कि उनके यूजर्स प्रतिद्वंद्वी एंड्रॉयड ऐप्स के संपर्क में किस तरह से आते हैं और ऐसा अपने खुद के प्रोडक्ट्स को बेहतर बनाने के चलते किया जा रहा है। एक इंटरनल प्रोग्राम की मदद से कंपनी ऐसा कर रही है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है, भारत में इस महीने की शुरूआत में जब यूट्यूब की तरफ से अपने प्रतिद्वंद्वी टिकटॉक को पछाड़ने की योजना बनाई जा रही थी, उस वक्त मार्केट रिसर्च के तौर पर कर्मचारी इस बात का पता लगाने में जुट गए थे कि अपने देश में लोग एंड्रॉयड पर टिकटॉक और इसके प्रतिद्वंद्वी ऐप्स का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं। 
यह प्रोग्राम गूगल मोबाइल सर्विसेज (जीएमएस) के माध्यम से काम करता है।द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल पर एंड्रॉयड लॉकबॉक्स नामक एक इंटरनल प्रोग्राम है, जो यहां के कर्मचारियों को डेटा तक पहुंच प्रदान करने में कारगर है। प्रोग्राम की मदद से यह देखा जा रहा है कि एंड्रॉयड उपयोगकर्ता टिकटॉक, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे लोकप्रिय नॉन-गूगल ऐप के संपर्क में कैसे आते हैं।
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