
किसी भी महिला से पूछें कि पीरियड्स के बारे में उन्हें सबसे नापसंद क्या है, और सभी का जवाब होगा पीरियड्स क्रैम्प्स और मूड स्विंग। स्वाभाविक सी बात है, तीन से पांच दिन हर महीने हमें एब्डोमेन में बेहद दर्द सहना ही पड़ता है। और उसे और बदतर बनाते हैं मूड स्विंग। पर इन दोनों से निपटने में ये खास चाय आपकी मदद कर सकती हैं।
हम हमेशा ही पीरियड्स क्रैम्प्स से राहत पाने की नई नई तरकीब खोजा करते हैं। कभी हॉट वॉटर बैग, कभी टाइगर बाम तो कभी कोल्ड कंप्रेस। हर नुस्खा हर महिला के लिए काम करे जरूरी नहीं, लेकिन एक चीज है जो सबके लिए कारगर है- चाय।
यहां हम दूध वाली मसाला चाय की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि इन खास हर्बल चाय की बात कर रहे हैं। ये हमारे शरीर पर अंदर से असर करती हैं और यही कारण है ये सभी के लिए कारगर साबित होती हैं।
तो हम आपको बताते हैं 5 हर्बल चाय जो आपको पीरियड्स के क्रैम्प और पीएमएस से राहत देती हैं।
1. अदरक की चाय
अदरक के एन्टी इन्फ्लामेट्री गुण उसे पीरियड्स के दर्द को दूर करने में कारगर बनाते हैं। यही नहीं कई रिसर्च में पाया गया है कि अदरक के सेवन से प्रोस्टाग्लैंडीन में कमी आती है। प्रोस्टाग्लैंडीन ही पीएमएस के लक्षणों जैसे क्रेम्प्स, सिर दर्द और मूड स्विंग के लिए जिम्मेदार है।
2. पेपरमिंट टी
पेपरमिंट अपनी मांसपेशियों को आराम देने वाले प्रभाव के कारण पीरियड्स क्रैम्प के लिए बेहतरीन हर्बल चाय है। पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि पीरियड के दर्द पर पेपरमिंट के सेवन से दर्द की गंभीरता कम होती है और मासिक धर्म से संबंधित लक्षणों को सुधारने में मदद मिलती है। पेपरमिंट को पीरियड्स के दर्द के इलाज के लिए सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें दवाओं की तुलना में कम दुष्प्रभाव होते हैं।
3. मेथी की चाय
मेथी पीरियड्स में होने वाली ऐंठन के लिए एक हर्बल चाय है, जो पीएमएस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। कई अध्ययन बताते हैं कि मेथी दर्द के साथ-साथ चिड़चिड़ापन कम करने में भी मदद कर सकती है। मेथी के बीज में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो एस्ट्रोजन को संतुलित करने में मदद करते हैं, जिससे यह महिला हार्मोन को संतुलित करने के लिए एक उत्कृष्ट जड़ी बूटी है।
4. दालचीनी की चाय
दालचीनी पीरियड के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकती है। पीरियड के दर्द से राहत पाने में दालचीनी की चाय का प्रभाव अद्भुत है। जर्नल ऑफ बायोटेकनिकल रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि दालचीनी पीएमएस के लक्षणों की गंभीरता को कम कर सकती है।
प्रतिभागियों ने अपने मेंस्ट्रुअल सायकिल के पहले तीन दिनों के दौरान लगातार दो सायकिल के लिए 1000 मिलीग्राम दालचीनी का सेवन किया। तीसरे सायकिल तक महिलाओं में लक्षण काफी कम हो गए थे। यह मासिक धर्म की ऐंठन के लिए दालचीनी को एक बेहतरीन हर्बल चाय बनाता है।
5. सौंफ की चाय
सौंफ में भी एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इसे एक बेहतरीन पेन किलर बनाते हैं। सौंफ की चाय पीने से आपको पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती है। बहुत सी महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या होती है और सौंफ की चाय अनियमित पीरियड साइकिल से भी निपटने में सहायक होती है।
तो लेडीज, अब आप जानती हैं अपने पीरियड्स क्रैम्प्स से कैसे बचना है।
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