
तिरुवनंतपुरम। सीपाईएम के वरिष्ठ नेता पिनराई विजयन ने गुरुवार को दूसरी बार केरल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। उन्हें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पद की शपथ दिलाई। समारोह में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया था। बता दें कि नए मंत्रिमंडल में सिर्फ विजयन खुद ही पुराने चेहरे हैं।
कोरोना की वजह से ही विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ के नेता कोविड-19 की वजह से समारोह में शामिल नहीं हुए। केरल उच्च न्यायालय ने बुधवार को सरकार को निर्देश दिया था कि महामारी के मद्देनजर समारोह में सीमित संख्या में लोग शामिल हों।
केरल के सीएम पिनराई विजयन ने अपनी कैबिनेट में सभी नए चेहरों का शामिल किया है। हालांकि, उनकी आलोचना इसलिए हो रही है क्योंकि उन्होंने अपने दामाद मोहम्मद रियाज को अपनी कैबिनेट में जगह दी है। इस कदम के बाद से ही पिनराई विजयन पर परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं।
केरल की पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहीं केके शैलजा को इस बार कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया। इसको लेकर भी विजयन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि केरल में कोविड नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उनकी चर्चा दूसरे राज्यों तक में हुई।
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