पटना : भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आखिर मंगलवार शाम को मुलाकात कर ही ली .सात जुलाई को पड़े सीबी आई छापे के बाद दोनों में कोई बातचीत नहीं हुई थी.करीब 35 मिनट तक चली इस बैठक ने बिहार का राजनीतिक परिदृश्य ही बदल दिया. कहा जा रहा है कि इस मुलाक़ात में तेजस्वी ने सीएम के समक्ष अपनी सफाई देते हुए कई दलील दी जिनसे नीतीश सहमत दिखे. इससे ऐसा लग रहा है कि फ़िलहाल तेजस्वी यादव का इस्तीफा टल गया है.
उल्लेखनीय है कि सात जुलाई के बाद पहली बार हुई यह मुलाकात करीब 35 मिनट चली.माना जा रहा है कि इसमें सीएम नीतीश के सामने तेजस्वी यादव ने अपनी दलीलें देकर खुद को बेकसूर बताया . तेजस्वी ने कहा कि जब उन पर आरोप लगे थे तब वो सरकारी पद पर नहीं थे. ऐसे में प्रिवेन्शन ऑफ करप्पशन एक्ट में वो कैसे दोषी हैं?इस मौके पर तेजस्वी ने कहा कि सीबीआई केस के खिलाफ कोर्ट जाएंगे और अग्रिम जमानत की अपील करेंगे. तेजस्वी के अनुसार उन्हें जमानत नहीं मिली, तब वो दोषी हैं.लेकिन उन्हें जमानत मिल गई या कोर्ट ने केस खत्म कर दिया तो फिर इस्तीफे का कोई औचित्य नहीं रहेगा.
बता दें कि तेजस्वी यादव की इन दलीलों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफा नहीं माँगा है और फिलहाल यह टल गया है. अब कोर्ट के निर्णय के बाद ही तेजस्वी के खिलाफ कोई अगला कदम उठाया जाएगा. तब तक के लिए लालू परिवार के साथ ही बिहार के महागठबंधन सरकार ने राहत की साँस ली है.