लखनऊ। प्रयाग में विश्व हिंदू परिषद की 31 जनवरी से एक फरवरी तक चलने वाली धर्म संसद में राष्ट्रीय स्वयं संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल होने वाले हैं। इस दौरान दोनों की किला स्थित अक्षयवट के दर्शन के साथ संगम तट पर जाने की योजना भी है। इस संबंध में मेला प्रशासन ने विहिप नेताओं से बात भी की है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा की मानें तो संघ प्रमुख और भजपा अध्यक्ष को धर्म सांसद का आमंत्रण दिया जाएगा। संघ प्रमुख अभिभावक की तरह शामिल होंगे। हालांकि अभी कौन शामिल होगा कौन नहीं यह कहना जल्दबाजी है।
विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया, जो प्रमुख लोग शामिल होंगे उन्हें संगमतट और अक्षयवट घुमाने की योजना है। यह विशुद्ध संतों की सभा है। इसमें बौद्ध, सिख, जैन ,रविदासी और रैदासी संत शामिल होंगे। भारत के अलावा भूटान, नेपाल, बांग्लादेश से भी कई लोग कार्यक्रम में शामिल होने आएंगे। उन्होंने बताया, धर्म संसद का पूरा कार्यक्रम तैयार कर लिया है। इस धर्म संसद में लगभग पांच हजार संत भी हिस्सा लेंगे। ये संत देश में गो संरक्षण, गंगा के पुनर्जीवन और अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने को लेकर चर्चा करेंगे। इसमें संतों की मौजूदगी में अयोध्या राममंदिर निर्माण की तिथि का ऐलान भी हो सकता है।
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