
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरा हिंसा प्रकरण में संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वे दशहरे के दिन 15 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन करेंगे। साथ ही एसकेएम नेता योगेंद्र यादव ने आगामी 18 अक्टूबर को रेल रोको का आह्वान किया।
एसकेएम की मांग है कि लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य दोषी आशीष मिश्रा और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी हो। इसके अलावा टेनी को उनके पद से बर्खास्त किया जाए। योगेंद्र यादव का कहना है कि 12 अक्टूबर से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत भी बुलाई है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर हिंसा में योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल खड़े किए। आरोप लगाया कि सरकार पावरफुल लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, उल्टा विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना को पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा बताया है।
किसान मोर्चा की कॉर्डिनेशन कमेटी ने शनिवार को दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में प्रेस वार्ता कर किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि किसानों को गाड़ी से कुचलकर कि हमलावरों ने हमें आतंकित करने की कोशिश की थी, लेकिन किसान डरने वाले नहीं है।
वहीं, किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहान ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ सरकार ने हिंसक रुख अपनाया है। हम हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे। हम मांग करते हैं कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष को गिरफ्तार किया जाए।
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