
अशोक यादव, लखनऊ: सम्पूर्ण लाॅकडाउन के चलते और कोरोना वायरस से भयभीत होकर मजदूर वर्ग के लोग शहर से अपने – अपने गाँव की ओर पलायन कर रहे है। इस महामारी के संकट के बीच केंद्र सरकार ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में दिल्ली सरकार के दो बड़े अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
21 मार्च को केंद्र ने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया था। लॉकडाउन के दौरान कर्तव्य के निर्वहन में ‘‘गंभीर चूक’’ के कारण दिल्ली सरकार के दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया और दो अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है।
गृह मंत्रलय के एक प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार के जिन दो अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है, वे अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) रेणु शर्मा और प्रधान सचिव (वित्त) राजीव वर्मा हैं।
जिन दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, वे अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) और एसडीएम सीलमपुर सत्य गोपाल हैं। इन अधिकारियों पर आरोप है कि इनकी लापरवाही की वजह से कई लोगों को संक्रमण का खतरा पैदा हुआ।
इन अधिकारियों के ज़िम्मे दिल्ली से पलायन कर रहे मजदूरों के भोजन। रहने की व्यवस्था और ट्रांसपोर्ट देखने का काम था।
आदेश के अनुसार, इन चारों अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन नियमों के तहत कोरोना वायरस के मामले में अपनी ड्यूटी को सही तरीके से नहीं निभाया, लिहाजा इन चारों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
इन अधिकारियों द्वारा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, 2005 के तहत बनाई गई नेशनल एग्ज़ीक्यूटिव कमेटी के अध्यक्ष के आदेश का अनुपालन नहीं किया गया इन अधिकारियों पर निर्देशों के अनुपालन की गंभीर ज़िम्मेदारी थी।
नॉवेल कोरोना वायरस, COVID-19 को फैलने से रोकने के लिए इन अधिकारियों ने आवश्यक कार्यवाही नहीं की ये अधिकारी जन स्वास्थ्य और सुरक्षा में नाकाम रहे।
पिछले दिनों दिल्ली में आनंद विहार बस अड्डे पर जो भारी भीड़ जमा हुई थी, ये आदेश इसी से जुड़ा हुआ है दिल्ली सरकार ने इस आदेश पर कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं दी है।
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