
लखनऊ। कानपुर के ग्वालटोली में रविवार देर रात कमिश्नर आवास के पास चार रईसजादों ने असोम की युवती से गैंगरेप किया। चीखते-चिल्लाते पीड़िता भागी तो आसपास के घरों के लोग आ गए। युवती के कपड़े फटे देख पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची ग्वालटोली पुलिस काफी देर तक मामले को छिपाने में लगी रही।
छह बंगलिया के पास एक बंगला खाली पड़ा है जहां सिर्फ गार्ड रहते हैं। रविवार देर रात दो कारों से चार युवक युवती को लेकर पहुंचे। बंगले में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर युवती शोर मचाते हुए बाहर की ओर भागी। लोगों ने उसकी मदद के लिए बातचीत करने का प्रयास किया तो वह हिंदी नहीं बोल पा रही थी। पूछताछ करने के बाद पीड़िता को महिला थाने भिजवाया गया।
गैंगरेप की शिकार असोम की युवती की हालत देखकर लोगों ने आनन-फानन में 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। कंट्रोल रूम पर जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया। मौके पर ग्वालटोली इंस्पेक्टर विजयशंकर पांडेय पहुंचे।
आरोप है कि पुलिस ने मामले को पूरी तरह दबाने का प्रयास किया। किसी को घटना के बाबत जानकारी देना जरूरी नहीं समझा। यहां तक कि डीआईजी और एसपी पश्चिम को भी बताना जरूरी नहीं समझा।
चारों आरोपित फरार हो गए, इसके बाद कार्रवाई की औपचारिकता पूरी करने के लिए आरोपितों की दोनों लग्जरी कारों को कब्जे में लेकर नंबर के आधार पर जांच शुरू कर दी।
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