नई दिल्ली:एशिया कप में भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली. भारत ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शनिवार को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 4-0 से रौंदकर 10वें पुरुष एशिया कप हाकी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई. छठे नंबर के भारत को रविवार के खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए सिर्फ ड्रॉ की दरकार थी लेकिन टीम ने तीन मैदानी गोल और एक पेनल्टी कार्नर पर किए गोल की बदौलत शान से फाइनल में प्रवेश किया. भारत की ओर से सतबीर सिंह (39वें मिनट), हरमनप्रीत सिंह (51वें मिनट), ललित उपाध्याय (52वें मिनट) और गुरजंत सिंह (57वें मिनट) ने गोल दागे.
ढाका में हुई तेज़ बारिश ने एशिया कप में भारत-पाक मैच का रास्ता क़रीब डेढ़ घंटे तक रोके रखा. मौलाना भसानि स्टेडियम में खेले गए मैच के सातवें मिनट में तीन बार की चैंपियन पाकिस्तान को पेनल्टी कॉर्नर का मौक़ा मिला और इसने भारतीय फ़ैन्स की धड़कनें तेज़ कर दीं. दो बार की चैंपियन भारतीय टीम के ख़िलाफ़ पाकिस्तान को पहले ही क्वार्टर में तीन पेनल्टी कॉर्नर के मौक़े मिले. लेकिन भारतीय गोलपोस्ट सुरक्षित रहा. पहला क्वार्टर ख़त्म होने से पहले आख़िरकार भारत ने पहली बार पेनल्टी कॉर्नर का मौक़ा हासिल किया. लेकिन हरमनप्रीत चूक गये और स्कोरबोर्ड पर कोई बदलाव नहीं आया. पहला क्वार्टर 0-0 के स्कोर पर ख़त्म हुआ. दूसरे क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ी गोल बनाने से चूकते रहे. किस्मत पाकिस्तान का साथ देती दिखी. दूसरे क्वार्टर में भी स्कोरबोर्ड जस का तस रहा.
हाफ़ टाइम तक हॉकी फ़ैन्स गोल देखने की बेताबी दिखाते रहे. आख़िरकार 39वें मिनट में सतबीर के क्रॉस को गुरजंत ने पाक गोलपोस्ट में डाल पहला गोल कर टीम इंडिया को बढ़त दिला दी. चौथे क्वार्टर में भारतीय टीम हावी रही. आख़िरकार भारत का पेनल्टी कॉर्नर मौक़ा गोल में तब्दील हुआ. इसके फ़ौरन बाद 52वें मिनट में ललित उपाध्याय ने भी गोल कर भारत का फ़ाइनल में पहुंचना तय कर दिया. गुरजंत 57वें मिनट में एक बार फिर पाकिस्तानी गोलकीपर को मात देने में कामयाब रहे. स्कोर भारत के पक्ष में 4-0 हो गया.
भारत ने 7 अंकों के साथ सुपर फ़ोर के टेबल में भी टॉप पर जगह बनाते हुए फ़ाइनल में जगह बना ली. भारत ने 2013 के चार साल बाद 8वीं बार फ़ाइनल में कदम रखा है. फ़ाइनल मुक़ाबला रविवार को खेला जाएगा.
गोल स्कोरर: गुर्जन्त (39 मिनट, 57 मिनट), हरमनप्रीत (51 मिनट-पेनल्टीकॉर्नर), ललित उपाध्याय (52 मिनट)