
अशाेक यादव, लखनऊ। सोनभद्र में 2019 में हुए उम्भा कांड के एक आरोपी हीरालाल की लिवर और किडनी संबंधी बीमारियों के चलते अस्पताल में मौत हो गई। 65 वर्षीय हीरालाल उम्भा मामले में गिरफ्तारी के बाद से गुरमा जेल में बंद था। जेल अधीक्षक एम.लाल ने कहा कि उसकी बीमारियों का इलाज चल रहा था, उसी दौरान उसने दम तोड़ दिया।
जुलाई 2019 में उम्भा गांव में हुई गोलीबारी में गोंड जनजाति के 10 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। कथित तौर पर ग्राम प्रधान और उसके सहयोगियों ने इस जनसंहार को अंजाम दिया था।
वे लोग जमीन हथियाने के मामले में शामिल थे। घटना सुर्खियों में आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मृतकों के परिवारों से मिलने उम्भा गांव गई थीं। उन्हें उम्भा गांव जाने की इजाजत के इंतजार में चुनारगढ़ के किले में बने अतिथि आवास में रात बितानी पड़ी थी।
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