जेएनएन, गुरदासपुर। पुलिस को उस वक्त बड़ी सफलता मिली जब एक टीम ने गुप्त सूत्रों के आधार पर छापेमारी की। पुलिस टीम ने एक होटल से युवक और युवतियों के पांच जोड़ों को रंगरलियां मनाते हुए रंगेहाथ पकड़ा। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल, थाना दीनानगर पुलिस की ओर से गांव हरीपुर में स्थित एक पैलेस होटल पर गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर चार जोड़ों को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार करने का दावा किया गया है। जबकि दूसरी ओर होटल मालिक कुलदीप सिंह की पत्नी पूर्व अकाली सरपंच सतविंदर कौर बैंस ने उक्त कार्रवाई को झूठा करार देते हुए छापेमारी को राजनीतिक बदले से प्रेरित बताया है।
थाना दीनानगर में जानकारी देते हुए एएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गांव हरीपुर में स्थित स्वर्ग पैलेस में मालिकों की ओर से गैर कानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। इसके आधार पर एसएचओ दीनानगर बलदेव राज की ओर से बुधवार को पुलिस पार्टी सहित पैलेस में छापेमारी कर विभिन्न कमरों से चार जोड़ों को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया। इसके साथ ही पैलेस में गैर कानूनी कार्य करवाने के आरोप में पैलेस के मैनेजर बलजीत, वेटर सुरेश कुमार ओर राजेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।
एएसपी वरुण शर्मा के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में अखरौटा निवासी जनरैल सिंह, रतड़वां निवासी युवराज सिंह, संगलपुरा रोड गुरदासपुर निवासी कमलदीप सिंह तथा पसियाल निवासी सन्नी शामिल है। जबकि लड़कियां गांव फतेगपुर, रतड़वां, नौशहरा मज्जा सिंह व रसूलपुर से संबंधित है। एएसपी ने बताया कि पैलेस में ठहरने वाले लोगों का होटल के पास कोई रिकार्ड नहीं रखा जाता। पुलिस की ओर से उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ इमोरल ट्रैफिकिंग एक्ट 1956 की धारा 3,4 तथा 5 के तहत मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरु कर दी है।
राजनीतिक बदले की भावना के तहत हुई कार्रवाई
होटल मालिक कुलदीप सिंह की पत्नी पूर्व अकाली सरपंच सतविंदर कौर बैंस ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा कांग्रेसी नेताओं के दवाब में बदलाखोरी के तहत उक्त कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि वह अकाली दल से संबंधित है और अकाली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान कई बड़ी बैठकें उनके पैलेस में होती थी। जिससे कुछ कांग्रेसी नेता नाराज थे।
पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के साथ ही होटल पर छापेमारी का सिलसिला शुरु हो गया। लेकिन पुलिस को कभी भी कुछ गलत नहीं मिला। बुधवार को पुलिस ने राजनीतिक दवाब में आकर रेस्टोरेंट में बैठकर चाय पानी पी रहे लोगों को धक्केशाही के चलते हिरासत में लेकर उनके खिलाफ गलत मामला दर्ज कर लिया।
एक सप्ताह में दूसरा मामला
थाना दीनानगर में एक सप्ताह में इस तरह का दूसरा मामला सामने आया है। लेकिन दोनों ही मामलों में आरोपी पक्ष के द्वारा कार्रवाई को राजनीतिक बदला करार दिया गया। सात जुलाई को दीनानगर के एक ढाबा मालिक और भाजपा सरपंच पर एक महिला को जबरन बंधक बनाकर ढाबे में रखने और उससे दुष्कर्म करवाने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इसके बाद गत दिन भाजपा के हलका इंचार्ज बीडी धुप्पड़ और जिला प्रधान प्रदीप शर्मा की ओर से प्रेस कांन्फ्रेंस कर मामले को राजनीतिक से प्रेरित बताया था। अब इस मामले में भी अकाली दल की पूर्व सरपंच द्वारा राजनीतिक दवाब के तहत रेस्टोरेंट में चाय पी रहे लोगों पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की बात की गई है।