
अशाेेेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 25 कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला ( प्रिया जाटव) अब जेल के सलाखों में है। वहीं असली अनामिका शुक्ला को गोंडा में नौकरी मिल गई है।
अनामिका की बेरोजगारी की बात सामने आने के बाद चंद्रभान दत्त स्मारक इंटर कॉलेज के प्रबंधक संतोष पांडेय ने उन्हें नौकरी दी है। इंटर कॉलेज के प्रबंधक ने बताया कि अनामिका की योग्यता के देखकर उन्हें स्कूल के प्राइमरी अनुभाग में नौकरी दी गई है।
नौकरी का नियुक्ति- पत्र मिलने के बाद अनामिका भी खुश हैं। उनका कहना है कि अब उनका जीवन यापन थोड़ा आसान हो जाएगा और उन्हें योग्यता के मुताबिक पढ़ाने का अवसर भी मिलेगा।
गोंडा जिले के भुलइडीह की रहने वाली अनामिका शुक्ला इससे पहले मंगलवार को बीएसए के सामने पेश हुई थीं और उन्होंने डॉक्युमेंट्स का गलत इस्तेमाल होने का आरोप लगाया था। उस दौरान अनामिका ने अपने सभी शैक्षिक प्रपत्र भी दिखाए थे।
वहीं अनामिका शुक्ला का कहना है कि वो आज भी बेरोजगार हैं। उसने नगर कोतवाली में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि अब उन्हें नौकरी का लेटर मिल गया है।
बता दें कि फर्जी अनामिका शुक्ला का नाम एक ही पद पर 25 स्कूलों में नौकरी करने में आया था। इस दौरान उसने 13 महीने में एक करोड़ रुपये की सैलरी ले थी। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों का डेटाबेस बनाना शुरू किया था और इसके बाद विभाग को अनामिका शुक्ला का नाम 25 स्कूलों की लिस्ट में मिला था।
विभाग ने तुरंत इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार अब शिक्षकों का डिजिटल डेटाबेस बनाया जा रहा है और इस प्रक्रिया के दौरान केजीबीवी में काम करने वाली पूर्णकालिक शिक्षिका अमेठी, अंबेडकरनगर, रायबरेली, प्रयागराज, अलीगढ़ और अन्य जिलों में एक साथ 25 स्कूलों में काम करती हुई पाई गई।
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