
राहुुल यादव, लखनऊ।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को बस मामले में फर्जी केस लगाकर गिरफ्तार किया गया है। उसके बाद से ही कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशितहैं। अगले दिन कई जगहों पर लॉकडॉउन का पालन करते हुए इस पर ज्ञापन दिया। लेकिन फिर भी भाजपा सरकार ने हमारे 90 कार्यकर्ताओं पर मुकदमा लगा दिया। इसमें पूर्व विधायक व पूर्व नेता विधानमंडल दल प्रदीप माथुर, पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, पूर्व एमएलसी विवेक बंसल व यूपी कांग्रेस के उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक पंकज मलिक भी शामिल हैं।
यूपी कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि राजीव गांधी के शहादत दिवस (21 मई) के मौके पर राजीव की शहादत को सलाम करते हुए पूरे प्रदेश से लगभग 50,000 कार्यकर्ताओं ने फेसबुक लाइव के जरिए इस दमन के खिलाफ आवाज उठाई और 27 तारीख को कई जगहों पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया और सोशल मीडिया के जरिए काली पट्टी बांधकर इसके खिलाफ आवाज उठाई।
प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं ने इस बात को ठाना है कि चूंकि अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी सेवा कार्य को रोकने के लिए की गई है इसलिए प्रदेश के कार्यकर्ता सेवा कार्य नहीं रोकेंगे।
जारी प्रेस नोट में मीडिया विभाग के संयोजक ने कहा कि कई जगहों पर गिरफ्तारी के विरोध में जल सत्याग्रह, मशाल जुलूस और धरने हुए। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हवन करके प्रदेश भाजपा सरकार को सद्बुद्धि की कामना करते हुए अजय लल्लू की रिहाई की मांग की।
उन्होंने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने लखनऊ व दिल्ली में इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस के जरिए इसका विरोध किया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष के माता-पिता से बात की और इस दमन के खिलाफ आवाज उठाई। कई अन्य प्रदेशों के कांग्रेस नेताओं ने भी यूपी अध्यक्ष समेत अन्य कार्यकर्ताओं पर हो रहे दमन के खिलाफ आवाज बुलंद की।
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