नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को प्रधान आयकर आयुक्त व अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में पश्चिम बंगाल व झारखंड के 23 जगहों पर छापेमारी की। सीबीआई ने रांची में पदस्थापित प्रधान आयकर आयुक्त तापस कुमार दत्ता व उनके तीन अन्य सहयोगियों-आयकर के अतिरिक्त आयुक्त अरविंद कुमार, आयकर अधिकारी रंजीत कुमार लाल तथा आयकर अधिकारी (प्रौद्योगिकी) गांगुली के खिलाफ आपराधिक साजिश के आरोपों को लेकर यह कदम उठाया।
कंपनियों को कर के मामले में फायदा
इन पर अपने लोगों व कंपनियों को कर के मामले में फायदा पहुंचाने व रिश्वत लेने का आरोप हैं। पांच कारोबारियों तथा एक चार्टर्ड अकाउंटैंट सहित आयकर विभाग के चार अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, आपराधिक दुराचरण तथा धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
दत्ता के परिसरों में तलाशी अभियान के दौरान सीबीआई ने 3.5 करोड़ रुपये नकद, पांच किलोग्राम सोना तथा कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।
करों के मामलों में अवैध पक्ष
दत्ता तथा उनके साथियों पर कोलकाता के पांच कारोबारियों-विश्वनाथ अग्रवाल, संतोष चौधरी, आकाश अग्रवाल, विनोद अग्रवाल तथा अरविंद अग्रवाल और उनकी कंपनियों का करों के मामलों में अवैध पक्ष लेने तथा अवैध रूप से पैसे बनाने का आरोपी बनाया है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कोलकाता में छापेमारी 18 रिहायशी तथा कार्यालय परिसरों पर की गई और झारखंड के रांची में पांच ठिकानों पर की गई।
रांची के आईटी कार्यालय में पूछताछ
सीबीआई अधिकारियों ने दत्ता से रांची के आईटी कार्यालय में पूछताछ की थी। सूत्रों का कहना है कि यह छापेमारी हवाला लेनदेन से जुड़ी है।
अधिकारी ने कहा, “आरोप है कि दत्ता व तीन अन्य आयकर अधिकारियों ने छह निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर साजिश रची। इसमें एक चार्टर्ड एकाउंटेंट व कुछ अज्ञात व्यक्ति शामिल रहे।”
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