Breaking News

मोबाइल रिचार्ज करना हुआ महंगा, अब Phonepe लेगा ट्रांजैक्शन फीस, जानें कितना करना होगा Pay

नई दिल्ली। अगर आप भी मोबाइल रिचार्ज के लिए कैश से पेमेंट करना झंझट लगता है और फोनपे यूज करते हैं तो आपके लिए परेशानी की बात हैं। अब ऑनलाइन पेमेंट एप्लिकेशन फोनपे ने यूज करने के लिए उसकी फीस भरती होगी। यह देश का पहला ऐसा ऐप बन गया है, जिसने UPI बेस्ड ट्रांजैक्शन के लिए फीस लेनी शुरू कर दी है।

अब 50 रुपए से ऊपर के मोबाइल रिचार्ज कराने पर डिजिटल पेमेंट ऐप के ट्रांजैक्शन की प्रोसेसिंग फीस देनी होगी। ये फीस UPI के जरिए रिचार्ज करने पर भी लगेगी। यह प्रोसेसिंग फीस मोबाइल रिचार्ज कराने से लेकर बिजली का बिल भरने और ग्रॉसरी स्टोर से सामान खरीदने तक ना जाने कितने ऑनलाइन ऑर्डर के लिए आप फोनपे ऐप का इस्तेमाल कर भुगतान करते होंगे।

फोनपे यूजर्स के लिए बुरी खबर है दरअसल अब फोनपे के जरिए मोबाइल रिचार्ज करना महंगा हो गया है। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे ने UPI सहित कुछ ट्रांजेक्शन पर ट्रांजेक्शन फीस लगाना शुरू कर दिया है। बता दें कि कंपनी ने सितंबर में अपने प्लेटफॉर्म पर 165 करोड़ से ज्यादा UPI लेनदेन दर्ज किए थे।

गौरतलब है कि कंपनी (फोनपे) UPI-बेस्ड ट्रांजेक्शन के लिए चार्ज शुरू करने वाली पहली डिजिटल पेमेंट ऐप है। वहीं यह सर्विस इसकी प्रतिस्पर्धी कंपनियों द्वारा फ्री में दी जा रही है। डिजिटल पेमेंट ऐप ने 50 रुपये से ज्यादा के मोबाइल रिचार्ज के लिए हर ट्रांजेक्शन पर एक रुपए से लेकर 2 रुपये तक प्रोसेसिंग फीस वसूलना शुरू कर दिया है। फोने यूजर्स से 50 से 100 रुपये के बीच रिचार्ज कराने पर 1 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। वहीं 100 रुपये से ऊपर का रिचार्ज कराने पर 2 रुपये फीस ली जाएगी।

फोनपे ने एक बयान में कहा कि रीचार्ज पर, हम बहुत छोटे स्केल पर एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं, जहां कुछ यूजर्स मोबाइल रिचार्ज के लिए भुगतान कर रहे हैं। 50 रुपए से कम का रिचार्ज कराने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। वहीं 50 से 100 रुपए के बीच रिचार्ज कराने पर 1 रुपए और उससे अधिक का शुल्क लिया जाता है। 100 से ऊपर के रिचार्ज पर 2 रुपए फीस है। अनिवार्य रूप से, एक्सपेरिमेंट्स का पार्ट होने के कारण ज्यादातर यूजर्स या तो कुछ भी भुगतान नहीं कर रहे हैं या 1 रुपए का भुगतान कर रहे हैं।

Loading...

Check Also

भारत के पहले साइबर प्रधानमंत्री थे अटल बिहारी वाजपेयी

मनीष खेमका : चुनाव प्रचार में आज फ़ेसबुक-ट्विटर जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल आम बात ...