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पैनिक अटैक से बचाती हैं ये 5 चीजें, डाइट में जरूर शामिल करें कोई एक चीज

पैनिक अटैक एक ऐसा दौरा है जिसमें व्यक्ति पर अचानक डर हावी होने लगता या वो अधीन तनावग्रस्त हो जाता है। यह किसी भी वक्त व्यक्ति को आ सकता हैं। हालांकि इसके कुछ लक्षण तो स्पष्ट दिखाई देते हैं लेकिन कई बार इस अटैक के लक्षणों की पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता है इसलिए हर किसी को पैनिक अटैक क्या है और इसके लक्षण मालूम होने चाहिए, ताकि तुरंत इसका इलाज शुरू किया जा सकें।
क्या है पैनिक अटैक?
वैज्ञानिकों की मानें तो पैनिक अटैक आने पर शरीर फाइट ओर फ्लाइट मोड में चला जाता है। यह अटैक तब आता है जब बेचैनी और कुछ बुरा होने की आंशका महसूस होती है। पैनिक अटैक का असर कभी तो हल्का तो कभी पैनिक डिसॉर्डर या फोबिया के रूप में सामने आता है, जो एंग्जायटी डिसॉर्डर का ही एक प्रकार है। यह अटैक 15 सेकेंड से लेकर 1 घंटे की अवधि तक रहता है।
पैनिक अटैक के लक्षण
पैनिक अटैक के लक्षण एकदम सामने आते हैं जो हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं।
सांस लेने में दिक्कत आना
दिल की धड़कने सामान्य से तेज होना
गला दबा हुआ महसूस होना
बेहोशी महसूस करना
हाथों-पैरों की उंगलियां सुन्न होना
हाथों-पैरों से पसीना छूटना
दांतों का कटकटाना और कानों में घंटियां-सी बजना
सिर में हल्कापन महसूस होना
अपना आपा खो देनापैनिक अटैक से बचाव के लिए घरेलू इलाज
बादाम 
बादाम में पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो नर्वस सिस्टम में सुधार करते हैं। बादाम पैनिक अटैक रोकने में भी मदद करते है। 15 बादाम को रातभर पानी में भिगोकर छोड़ दें। सुबह बादाम को छीलकर इसका पेस्ट बनाएं और मीठे गर्म दूध में मिलाकर पिएं। इससे पैनिक अटैक आने की संभावना कम होगी। इसका सेवन रोज सुबह औषधि की तरह करें।
ग्रीन टी 
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफिनॉल मौजूद होते हैं जो तनाव कम करने में मदद करते है और  मस्तिष्क की कोशिकाओं और ऊतकों के स्वास्थ्य रखते हैं। पैनिक अटैक से जुड़ा तनाव भी ग्रीन टी पीने से कम हो जाता हैं। इसलिए अपनी रूटीन डाइट में ग्रीन टी जरूर शामिल रखें। अधिक लाभ के लिए कम से कम ग्रीन टी के 2 कप पिएं।
संतरा 
विटामिन से भरपूर संतरा पैनिक अटैक को कम करने में मदद करता है। पैनिक अटैक के दौरान न्यूरॉन्स को शांत करने के लिए संतरे का सेवन करें, जिससे आपको काफी फर्क नजर आएगा।
सालमन
सालमन मछली में सबसे ज्यादा ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों में रक्त प्रवाह करने में मदद करता हैं। साथ ही इसके सेवन से मस्तिष्क के कामकाज की प्रक्रिया तेज होती हैं और दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन, ग्लूकोज और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
पैनिक अटैक से बचाव के अन्य तरीके
न हावी होने दें तनाव 
पैनिक डिसॉर्डर का मुख्य कारण तनाव है जिसे कंट्रोल में रखना जरूरी है। अगर आप इस अटैक से बचना चाहते हैं तो तनाव अपने पर बिल्कुल न हावी होने दें। इससे बचने के लिए तुरंत किसी खुली जगह कर आंखें बंद करके रिलैक्स होने की कोशिश करें।
गहरी सांस लें
तनाव से बचाव के लिए यह तरीका सबसे बेस्ट है। इसका एहसास हो तो खुली हवा में शांति से बैठकर गहरी सांस लें। इससे शरीर व दिल की धड़कनें सामान्य होगी और खतरा भी डल जाएगा। इसके अलावा पैनिक अटैक जैसा महसूस हो तो सबसे पहले 1 गिलास ठंडा पानी पिएं।
व्यायाम
जब पैनिक अटैक आने जैसे महसूस हो तो तुरंत शांत जगह पर जाकर सीधे लेट जाएं। कुछ मिनट के लिए हल्के से आंखों को बंद करे और अपने दिमाग से सभी बुरे विचार निकाल दें।
विचारों को करें धीमा
पैनिक अटैक की एक वजह दिमाग में बार-बार घूमने वाले नकारात्मक विचार भी है। इनसे बचने के लिए गहरी सांस ले और अपने विचारमंथन धीर-धीरे कम करने की कोशिश करें। इससे दिमाग शांत होगा और नकारात्मक बाहर निकल जाएगे।

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