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पुलिस ने आगरा से बंगाल से बिहार के रास्ते पहुंचे 40 बांग्लादेशियों को दबोचा, 20 हजार खर्च कर भारतीय सीमा में घुसते हैं अवैध बांग्लादेशी, अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े लोग बनाते हैं भारत में फर्जी कागजात


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कई दुर्दांत अपराधियों को ठिकाने लगा कर सुर्खियों में आने वाले इंस्पेक्टर आनंद शाही एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने आगरा जिले में घुसपैठ कर आये अवैध बांग्लादेशियों को दबोचा है।बता दें कि आगरा जिले में पुलिस ने छापेमारी कर बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। खुफिया एजेंसी की सूचना पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। पकड़े गये अवैध बांग्लादेशियों ने बताया कि सीमा पार कराने के लिए यह लोग प्रति व्यक्ति के हिसाब से 15-20 हजार रुपये देते थे। समाचार लिखे जाने तक पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र के सेक्टर-14 स्थित खाली जमीन पर कुछ बांग्लादेशी परिवार समेत झुग्गी झोपड़ी डालकर रह रहे थे। खुफिया एजेंसी की सूचना पर पुलिस ने रविवार को यहां छापेमारी की कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस ने 15 पुरुष और 13 महिलाओं को पकड़ा है। इनके साथ 12 साल से ऊपर के 4 और 3 माह से लेकर 8 साल तक के 8 बच्चों भी हैं। जांच के दौरान पुलिस को इनमें से कुछ लोगों के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड और वीजा भी बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला कि ये सभी लोग बंगाल बॉर्डर पार करके भारत में आए हैं। बिहार के रास्ते से यूपी पहुंचे हैं। बिहार से आने के दौरान इन्होंने ठेकेदार को सीमा पार कराने के लिए एक व्यक्ति के लिए 15 से 20 हजार रुपये तक दिए हैं।
यहां झुग्गी झोपड़ियों में रहकर मजदूरी कर रहे थे। घरों पर बिजली मीटर से लेकर डीटीएच कनेक्शन तक लगे हुए हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। इनको लाने वाले सरगना के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी आगरा में बांग्लादेशी पकड़े जा चुके हैं। पकड़े गए बांग्लादेशियों से खुफिया एजेंसी के अधिकारी भी पूछताछ कर रहे हैं। इनके भारत में आने के पीछे किसी आतंकी गतिविधियों को संचालित करने का मकसद तो नहीं था, इसकी भी जानकारी ली जा रही है। यहां उनके आधार कार्ड और पासपोर्ट किसने बनवाए। यह भी पता किया जा रहा है।जल्द ही पुलिस उनको भी दबोचेगी। थाना प्रभारी आनंद कुमार शाही ने बताया कि कार्रवाई की जा रही है।

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