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जल संकट से निपटने का पुख़्ता रोडमैप बनाये प्रशासन- तरुण भनोत


भविष्य में जल संकट को दूर करने की दिशा में पूर्व वित्त मंत्री ने वॉटर-हार्वेस्टिंग पर दिया ज़ोर

सरिता साह, जबलपुर। एक तरफ़ प्रदेश भाजपा सरकार आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रदेश में साढ़े पाँच हज़ार अमृत सरोवर बनाने के दावे कर रही हैं वही जबलपुर सहित प्रदेश के कई ज़िलों में भीषण जल संकट से आमनागरिकों का जीवन त्रस्त हैं । पिछले 18 वर्षों के लम्बे और एकाकी कार्यकाल में भी प्रदेश की भाजपा सरकार जल संकट को दूर करने या इस दिशा में भविष्य के लिए बेहतर रोडमैप बनाने में पूरी तरीक़े से फेल रही हैं । जल संसाधन के नाम पर बरस दर बरस हज़ारों करोड़ रुपए का बजट भी प्रदेश में व्याप्त जल संकट को दूर नही कर सका क्योंकि सरकार की प्राथमिकताओं में कभी पानी जैसे बुनियादी ज़रूरतों पर कभी गम्भीरता से विचार ही नही किया गया । उक्त आरोप प्रदेश सरकार में पूर्व वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री और जबलपुर पश्चिम से विधायक श्री तरुण भनोत ने क्षेत्र में व्याप्त जल संकट को लेकर प्रदेश सरकार पर लगाया हैं ।
 भनोत ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में जल संकट को लेकर लगातार क्षेत्रीयजनों द्वारा शिकायतें की जा रही हैं । उन शिकायतों को दूर करने के लिए निगम के ज़िम्मेदार अधिकारियों से सम्पर्क करने पर तात्कालिक रूप से समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाता हैं, किंतु कुछ दिनों बाद भी यह समस्या जस की तस रहती हैं । तमाम शिकायतों के बावजूद भी नगर निगम द्वारा माँग के अनुसार पानी के टैंकर उपलब्ध नही कराये जा रहे है जिसके कारण लोगों को बूँद-बूँद पानी के लिए मोहताज होना पड़ रहा हैं । क्षेत्रीय लोगों को इस भीषण गर्मी और झुलसा देने वाली गर्मी में पानी के डिब्बे लेकर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा हैं । 
उल्लेखनीय हैं कि क्षेत्र में जल संकट को देखते हुए विधायक  भनोत के द्वारा विधायक निधि के माध्यम से आधे दर्जन से अधिक हैंडपम्प खनन करवाया गया हैं, लेकिन उन बोरों में पम्प डालने की कार्यवाही नगर निगम द्वारा बेहद सुस्त गति से किया जा रहा है, अभी भी अधिकतर बोरों में पम्प डालने और पाइपलाइन विस्तारीकरण की कार्यवाही अब तक नही की जा सकी हैं । जिसके कारण घर की महिलाएँ पानी के लिए दूसरे मोहल्लों से फ़्लोराइडयुक्त पानी लाने पर मजबूर हैं जिसे पीकर लोगों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा हैं और लोग बीमार हो रहे हैं ।
 भनोत ने बताया कि पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नर्मदा नगर, मंडवा बस्ती, परसवाडा, पीपी कॉलोनी, अवधपुरी, गोरखपुर, रामपुर आदि क्षेत्रों में जल संकट की लगातार शिकायतें आ रही हैं । भीषण गर्मी में जल जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव होना सरकार के जल प्रबंधन के तमाम दावों की पोल खोल रहा हैं । 
 भनोत द्वारा नगर निगम एवं ज़िला प्रशासन से अपील की गई हैं कि वर्तमान जल संकट को तात्कालिक रूप से निराकरण करने के साथ ही भविष्य में जल संकट से निपटने के लिए पुख़्ता रोडमैप तैयार किया जाये ।  भनोत ने वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाने प्रोत्साहित करने की दिशा में भी नगर निगम को ऐक्शन-प्लान तैयार करने की अपील की हैं ताकि लोगों को बारिश के जल को संग्रहित कर भूजल स्तर को रिचार्ज करने जागरूक करने के लिए प्रेरित किया जा सके ताकि भविष्य के सम्भावित जल संकट से स्थाई रूप से निजात दिलाई जा सके ।

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