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पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने एक बार फिर अलापा कश्मीर राग, बोले- हम कश्मीर के लोगों के साथ हैं

दुबई: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापना शुरू कर दिया है। मुशर्रफ ने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान के खून मे है और कुछ भी हो जाए पाकिस्तानी सेना हमेशा कश्मीरी लोगों के साथ खड़ा रहेगा। बता दें कि परवेज मुशर्रफ का यह बयान पाकिस्तान की सक्रिय राजनीति में लौटने के ऐलान के एक दिन के बाद आया है। दुबई में रह रहे मुशर्रफ ने कारगिल संघर्ष का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि पाकिस्तान के शांति प्रयासों के बावजूद भारत उसे बार बार धमकी दे रहा है। उन्होंने कहा कि शायद, भारतीय सेना कारगिल की लड़ाई भूल गई है। उन्होंने दावा किया कि 1999 में इस संघर्ष को समाप्त करने लिए भारत को अमेरिकी राष्ट्रपति से मदद मांगनी पड़ी थी। मुशर्रफ ने रविवार को पार्टी के स्थापना दिवस पर दुबई से टेलीफोन से इस्लामाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के चलते पिछले साल राजनीतिक गतिविधियों से अवकाश लिया था। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान के खून में है । मुशर्रफ ने कहा कि चाहे जो भी हो, हम अपने कश्मीरी भाइयों के साथ खड़ा रहेंगे। खबर के मुताबिक पूर्व सैन्य तानाशाह ने कहा कि पाकिस्तानी राष्ट्र और सेना अपने खून के आखिरी कतरे तक संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने कहा कि शांति की पाकिस्तान की इच्छा को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि पाकिस्तानी सशस्त्र बल किसी भी भारतीय दुस्साहस का करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। भारत द्वारा पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है।

पाकिस्तान ने भारत के साथ अपना राजनियक संबंध घटा दिया और भारतीय उच्चायुक्त को वापस भेज दिया। भारत ने कहा है कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करना उसका अंदरूनी मामला है। भारत ने पाकिस्तान से इस सच्चाई को स्वीकार कर लेने और भारत विरोधी प्रलाप बंद करने को भी कहा है। मुशर्रफ ने भारतीय नेताओं और सैन्य कमांडरों की भी अपने गैर जिम्मेदाराना बयानों से परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों के बीच तनाव फैलाने को लेकर आलोचना की। मुशर्रफ मार्च, 2016 से दुबई में रह रहे हैं और वर्ष 2007 में संविधान को स्थगित करने को लेकर राजद्रोह के मामले का सामना कर रहे हैं। उन्हें इस मामले में 2014 में अभ्यारोपित किया गया।

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