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दिल्ली के बुराड़ी में 11 लोगों की रहस्यमयी मौत के पीछे उज्जैन के तांत्रिक का ‘श्राप’

नई दिल्ली/लखनऊ : दिल्ली के बुराड़ी में 11 लोगों की रहस्यमयी मौत ने पूरे देश को हिला दिया है. बुराड़ी कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. वहीं, अब बुराड़ी कांड का मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक कनेक्शन सामने आया है. बताया जा रहा है कि डेढ़ साल पहले भाटिया परिवार धार्मिक नगरी उज्जैन गया था. भाटिया परिवार ने उज्जैन की भृतहरि गुफा और गढ़कालिका क्षेत्र में तांत्रिक क्रियाएं भी की थीं. इस घटना को देखने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि भाटिया परिवार ने उज्जैन में तांत्रिक क्रियाएं करने के लिए एक तांत्रिक से भी संपर्क किया था. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, भाटिया परिवार का तांत्रिक से किसी बात पर विवाद हुआ था और तांत्रिक ने परिवार को पतन का श्राप भी दिया था.

उज्जैन के तांत्रिक से किया था संपर्क
उज्जैन के रहने वाले श्रीकांत कुमार के अनुसार, भाटिया परिवार तंत्र साधना में विश्वास करता था. परिवार में परेशानी के चलते और परिवार के एक सदस्य की मौत हो जाने के बाद डेढ़ साल पहले भाटिया परिवार उज्जैन आया था. इस दौरान उनकी मुलाकात श्रीकांत से हुई थी. उन्होंने बताया कि भाटिया परिवार ने उज्जैन में गोपीनाथ नामक एक तांत्रिक से तंत्र क्रिया करने के लिए संपर्क किया था. तंत्र क्रिया करने के लिए भृतहरि गुफा और गढ़कालिका क्षेत्र चुना गया था. इसी दौरान एक मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे श्रीकांत कुमार से भाटिया परिवार की मुलाकात हुई थी. श्रीकांत कुमार ने बताया कि अघोर तंत्र के जरिए वे उनके परिवार के सदस्य को फिर से जीवत करने के लिए क्रियाएं कर रह थे. तंत्र क्रिया पूरी हो जाने के बाद तांत्रिक गोपीनाथ ने उनसे रूपए की मांग की थी. जिस पर भाटिया परिवार ने असमर्थता जताई थी.

गोपीनाथ ने  नाराज होकर भाटिया परिवार को पतन का श्राप  दिया
श्रीकांत कुमार के अनुसार, तांत्रिक गोपीनाथ ने तंत्र क्रिया पूरी हो जाने पर रुपए न मिलने से नाराज होकर भाटिया परिवार को पतन का श्राप दे दिया था. उन्होंने कहा कि श्राप के ठीक डेढ़ साल बाद पूरे परिवार की एक साथ घर से लाशें मिली है. ये उस तांत्रिक के श्राप के कारण ही हुआ है. वहीं, शवों के मामले में पुलिस इसे अंधविश्वास में आत्महत्या मानकर चल रही है. सभी शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है और रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी लगने बताया गया है. रिपोर्ट में यह बात भी साफ हो चुकी है कि किसी भी शव पर जोर-जबरदस्ती के निशान नहीं हैं. इतना ही नहीं घर में मिले दो रजिस्टरों पर लिखी बातों से भी संकेत मिल रहे हैं कि यह परिवार किसी विशेष पूजा-पद्धति का अनुसरण करता था. हालांकि मृतक परिवार के रिश्तेदार इसे सामूहिक आत्महत्या नहीं बल्कि हत्याकांड बता रहे हैं.

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