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चुनावी साल में गांव, किसान और युवा सबके समीकरण बिठाने की कोशिश

अशाेक यादव, लखनऊ। योगी सरकार के पांचवें या यूं कहें चुनावी साल के बजट में सबका ख्याल रखा गया है। सरकार की इस ‘चुनावी एक्सप्रेस’ में हर वर्ग की उम्मीदें पूरी करने की कोशिश नजर आ रही है। बजट में किसान, युवाओं व महिलाओं पर खास मेहरबानी की गई है। वहीं एक्सप्रेस वे के लिए भारी-भरकम रकम रखकर विकास को रफ्तार दी गई है। बजट में लोक लुभावन घोषणाओं के साथ-साथ आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के विकास मंत्र पर काम करने का खास संदेश भी दिया गया है।

वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेपरलेस बजट पेश किया। 5,50,270.78 करोड़ रुपये के आकार के अब तक के सबसे बड़े बजट में 27,598.40 करोड़ की नई योजनाएं शामिल हैं। बजट का राजकोषीय घाटा 90 हजार 729 करोड़ 80 लाख रुपये अनुमानित है।

पिछले बजट के मुकाबले इस बार का बजट 37,410.06 करोड़ रुपये अधिक है। इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे प्रदेश के 24 करोड़ लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करने वाला सर्वसमावेशी बजट बताया है। खुद सुरेश खन्ना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बजट के सार को इस शेर में यूं बयां किया…

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अन्नदाताओं की फिक्र, मेधावी छात्रों को लैपटाप
किसान आंदोलन के बीच अन्नदाताओं की फिक्र करते हुए उनकी आमदनी दोगुनी करने के लिए ‘आत्मनिर्भर कृषक कल्याण योजना’ लांच की गई है। सिंचाई के लिए मुफ्त पानी, रियायती दर पर फसली कर्ज, अभ्युदय योजना के तहत मेधावी छात्र छात्राओं के लिए लैपटाप के साथ ही कोरोना टीकाकरण के लिए भी खजाना खोला गया है। एक करोड़ श्रमिकों, रेहड़ीवालों व फेरीवालों की फिक्र करते हुए उन्हें भी सामाजिक सुरक्षा की छतरी लगाने की मुहिम शुरू की है।

हर खेत तक पानी पहुंचाएगी योगी सरकार
दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए के लिए सरकार ने भारी भरकम धनराशि दी है। इससे 16,41,000 हेक्टेयर सिंचित रकबा बढ़ेगा और 40,48,000 किसानों को लाभ मिलेगा। यही नहीं, वर्ष 2024 तक सबको शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए बजट में 15,000 करोड़ रुपये का भी इंतजाम किया गया है। 

महिलाओं पर मेहरबान सरकार
महिलाओं के लिए भी योगी के बजट में सौगातें कम नहीं है। इसीलिए ‘मुख्‍यमंत्री सक्षम सुपोषण’ योजना व ‘महिला सामर्थ्‍य’ योजना लांच की गई हैं। यही नहीं ‘मुख्‍यमंत्री कन्‍या सुमंगला’ योजना में और मजबूती के साथ-साथ सभी पात्र बेटियों को टैबलेट उपलब्‍ध कराए जाएंगे। बजट में परित्यक्त महिलाओं की भी फिक्र की गई है। लखनऊ को भी कई सौगातें मिली हैं तो जेवर के पास इलेक्ट्रानिक सिटी भी विकसित होगी।

सभी के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश
साल भर में विधानसभा चुनाव का लक्ष्य है और किसान आंदोलन व कोरोना संकट से नाजुक वित्तीय स्थिति जैसी चुनौतियां हैं। ऐसे में योगी सरकार ने बड़ी कुशलता से बजट का जो तानाबाना बुना है, उसमें सभी वर्गों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश दिखती है। यही नहीं, सांस्कृतिक धार्मिक एजेंडे को धार देने की कोशिश भी साफ दिखती है। आत्मविश्वास से भरी योगी सरकार ने अब करीब एक साल में इन योजनाओं को जमीन पर उतार कर मिशन 2022 को कामयाब बनाने का इरादा जताया है। इसलिए कोरोना संकट के बावजूद उसने प्राथमिकता वाली योजनाओं में खजाना खोलने में जरा भी गुरेज नहीं किया है। 

युवाओं व रोजगार पर फोकस, वस्त्र उद्योग से 25 हजार रोजगार 
इस बार मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना जैसी नई योजना के जरिए बच्चों व महिलाओं की सेहत की फ्रिक की गई है। युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए ओडीओपी,  सीएम युवा स्वरोजगार योजना व विश्वकर्मा श्रम सम्मान और माटी कला बोर्ड के लिए लिए भी रकम रखी गई है। इस तरह सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और कनेक्टिविटी को खास तवज्जो दी है, वहीं रोजगार के मोर्चे पर भी अपना ध्यान केंद्रित किया है। अकेले वस्त्रोद्योग सेक्टर में ही 25 हजार लोगों को रोजगार मुहैया होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला कल्याण, कृषि, सिंचाई,  औद्योगिक विकास, पर्यटन, क्षेत्रीय विकास  सहित राज्य के हर सेक्टर का इस बजट में ध्यान रखा गया है। 

अब कुंलाचें भरेगा एक्सप्रेसवे का निर्माण
ढेर सारे एक्सप्रेसवे के काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का इंतजाम किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा धन 7689 करोड़ रुपये गंगा एक्सप्रेस वे के लिए दिया गया है। इस रकम से गंगा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन खरीदी जाएगी। संस्कृत विद्यालयों के निर्धन छात्रों को गुरुकुल पद्धति के अनुरूप निशुल्क छात्रावास एवं भोजन की सुविधा देने को नई योजना शुरू हुई है।

हर मंडल में एक विश्वविद्यालय
हर मंडल में एक राज्‍य विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना की जाएगी। 200 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों की सूरत भी बदलने का काम योगी सरकार करने जा रही है।

संवरेगी अयोध्या निखरेगी काशी, सुंदर होगा चित्रकूट जहां राम बसे वनवासी
आस्था, संस्कृति व प्राचीन गौरव के प्रतीक अयोध्या, वाराणसी, नैमिषारण्य, चित्रकूट और विंध्याचल को बेहतर, सुंदर बनाने की योजनाओं के लिए भरपूर पैसा दिया गया है। प्रदेश की समृद्ध प्राचीन विरासत को वैश्विक पटल पर पहुंचाने की कोशिश दिखती है।

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