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आजमगढ़ उपचुनाव: मायावती ने सपा व भाजपा पर बोला हमला, कहा- दोनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे

अशाेक यादव, लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुये बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी को जीत दिलाकर न सिर्फ भाजपा को उसकी अग्निपथ जैसी जनविरोधी नीतियों और बुलडोजर वाली अहंकारी कार्यशैली का सबक सिखाया जा सकता है बल्कि सपा को भी भाजपा से उसकी अन्दरुनी मिलीभगत की सजा दी जा सकती है।

मायावती ने रविवार को कहा कि यूपी विधानसभा आमचुनाव के बाद यह पहला मौका है जब बसपा यहां यह उपचुनाव लड़ रही है। यह उपचुनाव खास एक वर्ग विशेष के लोगों के लिए यह इस मायने में खास व महत्त्वपूर्ण है कि वे एक तीर से दो शिकार करके पहले भाजपा को हराकर उसकी अग्निपथ जैसी जनविरोधी नीतियों व बुलडोजर वाली अहंकारी कार्यशैली का सबक सिखा सकते हैं, और साथ ही, सपा को भी बीजेपी से उसकी अन्दरुनी मिलीभगत की भी सज़ा दे सकते हैं, जिससे यह पुनः स्थापित हो जाएगा कि ख़ासकर यूपी में भाजपा को चुनाव में पराजित करने के लिए सपा नहीं, बल्कि बसपा ही सर्वाधिक शक्तिशाली माध्यम है।

उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि भाजपा व सपा एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं तथा ये दोनों हमेशा एक-दूसरे के पूरक ही रहें हैं। साथ ही, इन दोनों पार्टियों की नीति व कार्यशैली एक-दूसरे को अन्दर-अन्दर राजनीतिक तौर पर मदद व मजबूत बनाने की ही रही है, जिसके एक नहीं बल्कि अनेकों उदाहरण लोगों के सामने मौजूद हैं, जिसका ख़ामियाज़ा औरों से कहीं अधिक यहाँ अक़लियतों व समाज के अन्य उपेक्षित वर्गों के लोगों को ही उठाना पड़ता है।

मायावती ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में इन दोनों पार्टियों के भारी षड्यंत्र एवं आपसी मिलीभगत के तहत ही बी.एस.पी. को बीजेपी की ’बी’ टीम बताने व चुनाव को घोर हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक रंग देने का ही नतीजा था कि बीजेपी यहाँ दोबारा से सत्ता में वापिस आ गई और अब लोग अपने आपको यहां काफी ठगा हुआ सा महसूस करने लगे हैं। वास्तव में वैसी गलती खासकर विशेष समुदाय के लोगों को अब यहां आगे नहीं दोहरानी चाहिए। खासकर आजमगढ़ के लोकसभा उपचुनाव में तो यह गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव के परिणाम बी.एस.पी. के पक्ष में आने की सम्भावना की वजह से भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों व कार्यशैली पर काफी हद तक अंकुश भी लग सके, जिसका फिर लाभ सर्वसमाज के लोगों को जरूर मिलेगा। मायावती ने कहा कि आज़मगढ़ लोकसभा की सीट पर उपचुनाव में बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को मैदान में उतारा है, जो अकेले अपने खुद के समाज के लोगों की ही नहीं की है बल्कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर व मानवता एवं इन्सानियत के नाते यहाँ सभी वर्गों व धर्मों के मानने वाले लोगों की अपने सामर्थ्य के हिसाब से हर स्तर पर मदद करते रहते हैं।

बसपा का यह उम्मीदवार आज़मगढ़ की जनता के बीच मे रहता है और दूसरी पार्टियों की तरह ना ही किसी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है। ऐसे व्यक्तित्व को हमने यहाँ कि आम जनता की चाहत व उनके हितों को भी ध्यान में रखकर अपना प्रत्याशी बनाया है।

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